राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने की एफआईआर की मांग, महाराष्ट्र चुनाव के बीच तकरार तेज
महाराष्ट्र विधानसभा 11 नवंबर 2024 – चुनाव 20 नवंबर को होने वाले हैं, और इसके चलते राज्य की राजनीति में एक नया विवाद सामने आया है। भा.ज.पा. ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयान के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
राहुल गांधी ने 6 नवंबर को नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भा.ज.पा. के लोग संविधान पर हमला करते हैं, तो वे सिर्फ किताब पर हमला नहीं कर रहे, बल्कि भारत की आवाज पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस सीधे संविधान पर हमला करने की कोशिश कर रहा है और यदि वे इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे, तो 5 मिनट में हार जाएंगे। राहुल गांधी के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में विवाद को जन्म दिया है।
भा.ज.पा. का आरोप और एफआईआर की मांग
भा.ज.पा. के नेता और केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने इस बयान पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि राहुल गांधी ने संविधान को लेकर झूठा आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने राज्यों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश की है और संविधान के खिलाफ जो झूठ बोला है, उसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।” मेघवाल ने कहा कि उनकी पार्टी ने निर्वाचन आयोग से इस बयान पर कार्रवाई करने की मांग की है और कहा कि राहुल गांधी पर बीएनएस धारा 353 के तहत एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए, क्योंकि वे संविधान को लेकर झूठी बात फैलाने के आदी हैं और चेतावनियों के बावजूद वह ऐसा कर रहे हैं।
राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने नागपुर में अपने बयान में कहा था कि जब आरएसएस और भाजपा के लोग संविधान पर हमला करते हैं, तो यह केवल एक किताब पर हमला नहीं होता, बल्कि यह भारत की आवाज पर हमला है। उन्होंने आगे कहा, “हमारे संस्थान संविधान से बने हैं। अगर संविधान नहीं रहेगा तो कोई चुनाव आयोग नहीं रहेगा। आरएसएस इसका सीधे तौर पर विरोध नहीं कर सकता, लेकिन वे विकास, प्रगति और अर्थव्यवस्था के पीछे छिपकर हमला करने की कोशिश करते हैं।”
महाराष्ट्र में चुनावी मुकाबला
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे, और इसके परिणाम 23 नवंबर को घोषित होंगे। राज्य में इस बार एमवीए (महाविकास आघाड़ी) और महायुति के बीच कड़ा मुकाबला है। एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल हैं, जबकि महायुति में एकनाथ शिंदे की नेतृत्व वाली शिवसेना, भा.ज.पा. और अजीत पवार की एनसीपी हैं।
महत्वपूर्ण चुनावी रणनीतियां
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में, एमवीए ने राज्य में सत्ता हासिल करने के लिए महायुति को चुनौती दी है। इस बीच, दोनों गठबंधनों के बीच बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं, खासकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान को लेकर भाजपा की प्रतिक्रिया ने राज्य की राजनीति को और गरमा दिया है।
विवाद के बीच महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी हलचल तेज हो गई है।
राहुल गांधी के संविधान पर टिप्पणी करने के बाद भाजपा ने उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की है। इस विवाद के बीच महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी हलचल तेज हो गई है। दोनों प्रमुख गठबंधन, एमवीए और महायुति, राज्य की सत्ता के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, और इसके परिणाम 23 नवंबर को सामने आएंगे।