नई दिल्ली, 7 जून, 2024
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रो. टी.जी. सीताराम ने सिविल, केमिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियरिंग (सीसीईईएम) डिग्री और डिप्लोमा छात्रों के लिए “यंग अचीवर्स स्कॉलरशिप एंड होलिस्टिक एकेडमिक स्किल्स वेंचर इनीशिएटिव यानि ‘यशस्वी’ (YASHASVI) योजना 2024” को लांच किया।
लॉन्च के दौरान, प्रो. टी.जी. सीताराम ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के विकास में कोर इंजीनियरिंग की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए यशस्वी योजना के जरिये इसे और बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ‘यशस्वी योजना’ कोर इंजीनियरिंग विषयों में तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। इस छात्रवृत्ति का उद्देश्य मेधावी छात्रों को एआईसीटीई अप्रूव्ड तकनीकी संस्थानों में सिविल, केमिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियरिंग (सीसीईईएम) कार्यक्रमों में दाखिला लेने के लिए प्रोत्साहित करना भी है। भारत के विकास में कोर इंजीनियरिंग क्षेत्र की प्रमुख भूमिका रही है, और आगे भी रहेगी। कोर इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में भारत को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर बनाने की क्षमता है। कोर इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों को मजबूत करने के लिए एआईसीटीई काम कर रहा है। कोर इंजीनियरिंग शिक्षा को बढ़ावा देने और छात्रों के लिए रोजगार के अवसरों में सुधार करने के लिए परिषद के प्रयास सराहनीय हैं। इस कार्यक्रम में एआईसीटीई के उपाध्यक्ष डॉ. अभय जेरे और सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार भी उपस्थित थे।
हर साल 5,000 छात्रों को मिलेगा लाभ
हर साल 5,000 छात्र-छात्राओं को यशस्वी स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसमें 2,500 स्कॉलरशिप डिग्री और 2,500 डिप्लोमा छात्रों को दी जाएंगी। डिग्री छात्रों को अधिकतम चार वर्षों के लिए प्रति वर्ष 18,000 रुपये मिलेंगे, जबकि डिप्लोमा छात्रों को अधिकतम तीन साल तक प्रति वर्ष 12,000 रुपये दिए जाएंगे। स्कॉलरशिप सीधे छात्रों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से दी जाएंगी।
10वीं, 12वीं के अंकों के आधार पर होगा चयन
छात्रवृत्ति के लिए पात्रता योग्यता पर आधारित है। डिग्री स्तर के लिए चयन छात्रों की 12वीं की योग्यता के आधार पर होगा, जबकि डिप्लोमा स्तर के छात्रों का चयन उनकी 10वीं की योग्यता के आधार पर होगा। प्रत्येक वर्ष छात्रवृत्ति का नवीनीकरण कराने के लिए छात्रों को अपने संस्थान के प्रमुख से एक पत्र के साथ अपना उत्तीर्ण प्रमाण पत्र/मार्कशीट जमा करना होगा। छात्रवृत्ति के लिए आवेदन वर्ष में एक बार आमंत्रित किए जाएंगे। पात्र उम्मीदवारों को आवेदन प्रक्रिया शुरू होने के बाद राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (एनएसपी) पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। अधिक जानकारी के लिए एआईसीटीई की वेबसाइट देखें।