एक बड़ी और उम्मीद जगाने वाली खबर रूस की संघीय मेडिकल एंड बायोलॉजिकल एजेंसी
एक बड़ी और उम्मीद जगाने वाली खबर
रूस की संघीय मेडिकल एंड बायोलॉजिकल एजेंसी
नई दिल्ली 8 सितंबर। कैंसर एक ऐसी बीमारी जिसका नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं… क्योंकि इसका इलाज महंगा भी है और कई बार असरदार भी साबित नहीं होता…लेकिन अब रूस से आई है एक बड़ी और उम्मीद जगाने वाली खबर.रूस ने कैंसर की नई mRNA-आधारित वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल्स में सफलता हासिल कर ली है… और अगर सब कुछ सही रहा तो यह लाखों मरीजों की ज़िंदगी बदल सकती है…”आइए जानते हैं… आखिर क्या है इस नई वैक्सीन की खासियत और यह कैंसर के इलाज को कैसे बदल सकती है….
पिछले 3 साल से इस वैक्सीन पर टेस्टिंग और सुरक्षा की प्रक्रिया चल रही थी
“रूस की संघीय मेडिकल एंड बायोलॉजिकल एजेंसी – FMBA ने घोषणा की है कि एंटरॉमिक्स (Enteromix) नाम की वैक्सीन अपने क्लिनिकल ट्रायल्स में 100% नतीजों के साथ पास हो चुकी है….पिछले 3 साल से इस वैक्सीन पर टेस्टिंग और सुरक्षा की प्रक्रिया चल रही थी….इस ट्रायल में 48 लोगों को शामिल किया गया और नतीजे चौंकाने वाले रहे – ट्यूमर का आकार कम हुआ, उसका विकास रुका… और कई मामलों में ट्यूमर पूरी तरह से खत्म हो गया…बता दें कि एंटरॉमिक्स वैक्सीन को रूस के नेशनल मेडिकल रिसर्च रेडियोलॉजिकल सेंटर (NMRRC) और एंगेलहार्ड्ट इंस्टीट्यूट ऑफ मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (EIMB) ने मिलकर तैयार किया है…. इस वैक्सीन में चार गैर-हानिकारक वायरसों का संयोजन है, जो कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के साथ-साथ शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय करते हैं. क्लिनिकल ट्रायल्स के दौरान, इस वैक्सीन ने ट्यूमर के विकास को धीमा करने से लेकर उसे पूरी तरह से नष्ट करने तक के परिणाम दिखाए हैं, जो कि 60 से 80 फीसदी तक रहे.
कैंसर वैक्सीन को जैसे ही मंजूरी मिल जाएगी, इसका इस्तेमाल होने लगेगा. स्कोर्तसोवा ने रूसी मीडिया से कहा, टीका अब इस्तेमाल के लिए तैयार है. बस ऑफिशियली परमिशन के बाद इस्तेमाल करने लगेंगे. FMBA के मुताबिक, वैक्सीन के पहले संस्करण का इस्तेमाल कोलोरेक्टल कैंसर के इलाज में किया जाता है. ग्लियोब्लाम्टोमा और मेलेनोमा के स्पेशल प्रकारों के लिए टीके के विकास में भी अच्छा रिजल्ट मिला है. Enteromix से मरीजों में काफी पॉजिटिव असर देखने को मिला है…
कैंसर वैक्सीन को जैसे ही मंजूरी मिल जाएगी
बता दें कि एंटरॉमिक्स के क्लिनिकल ट्रायल्स में 48 लोगों को शामिल किया गया है और वैक्सीन ने बहुत कम साइड इफेक्ट्स दिखे…. वर्तमान में वैक्सीन को सार्वजनिक उपयोग के लिए रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय से अंतिम मंजूरी की आवश्यकता है. अगर स्वीकृत होती है, तो ये कैंसर के इलाज के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है, जिससे लाखों लोगों को नई उम्मीद मिल सकती है. यह वैक्सीन कैंसर के उपचार में एक नई क्रांति ला सकती है, और इसके सफल होने पर अन्य देशों में भी इसके उपयोग की संभावना बढ़ सकती है…तो दोस्तों… क्या एंटरॉमिक्स वैक्सीन कैंसर के खिलाफ इंसान की जंग में सबसे बड़ा हथियार साबित होगी?…आपकी राय क्या है… हमें कमेंट करके ज़रूर बताइए…
