300 रुपये की लाल लिपस्टिक महिला डॉक्टर को पड़ गई एक लाख में,
नवी मुंबई में रहने वाली एक डॉक्टर ने एक बड़ी ऑनलाइन कंपनी से लिपस्टिक ऑर्डर की। इस लाल लिपस्टिक के लिए उन्होंने कंपनी को 300 रुपये की पेमेंट भी की, लेकिन कई दिनों तक वो लिपस्टिक नहीं आई। उन्होंने अपना मैसेज चेक किया तो पता चला कि उन्हें लिपस्टिक डिलीवर हो चुकी है, लेकिन असल में उन्हें डिलीवरी मिली ही नहीं थी।
डॉक्टर ने इस मामले में कंपनी के नंबर पर फोन किया। एग्जीक्यूटिव ने फोन उठाया और उन्हें कहा गया कि जल्द उनसे इस बारे में कॉन्टेक्ट किया जाएगा और उनके प्रॉडक्ट के बारे में जानकारी दी जाएगी। दो दिन बाद महिला के पास कंपनी का फोन आया। उन्हें बताया गया कि उनका प्रॉडक्ट कहीं फंस गया है और इसलिए डिलीवरी लेट है।
डॉक्टर को बताया गया कि प्रोडक्ट गलत तरह से डिलीवर दिखा रहा इसलिए उन्हें 2 रुपये की पेमेंट करनी होगी ताकि पूरी डिटेल्स फिर से ऑन हो जाए। अब महिला के मोबाइल फोन पर एक लिंक भेजा गया। और उन्हें कहा गया इस लिंक के जरिए सिर्फ 2 रुपये की पेमेंट कर दीजिए। महिला डॉक्टर ने लिंक पर क्लिक किया तो उनके फोन पर एक ऐप इंस्टॉल हुआ। ऐप के जरिए उन्हें इंस्ट्रक्शन फॉलो करते हुए 2 रुपये की पेमेंट कर दी। 300 रुपये की पेमेंट इस लिपस्टिक के लिए वो पहले ही कर चुकी थीं।
अब एक दो दिन बाद महिला के पास बैंक का मैसेज आया। ये मैसेज था कि उनके अकाउंट से 5000 रुपये निकल चुके है। इसके तुरंत बाद एक और मैसेज आया इस मैसेज में डॉक्टर के अकाउंट से 95000 रुपये कटने की बात थी। लिपस्टिक की वजह से महिला के अकाउंट से 100000 रुपये निकल चुके थे। मुंबई की डॉक्टर के साथ ऑनलाइन फ्रॉड हुआ था। जो लिंक उन्हें भेजा गया था वो फर्जी था और उस लिंक पर क्लिक करने की वजह से उनके बैंक की डिटेल्स साइबर क्रिमिनल्स तक पहुंच चुकी थी। बाद में महिला ने पुलिस में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई है।