48 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से बाहर है आरोपी
जानलेवा हमले की शिकार हुई है मां व अन्य
भिवानी/चरखी दादरी, 10 अक्तूबर : चरखी दादरी जिला के गांव भागेश्वरी में कारगिल में देश के लिए शहीद होने वाले राजकुमार के परिजनों पर 8 अक्तूबर को 7 आरोपियों द्वारा जानलेवा हमला किए जाने का समाचार है। पुलिस में दर्ज करवाए गए मामले के अनुसार पीडि़त लोगों ने आरोप लगाया है कि 48 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से आरोपी बाहर है। जबकि कारगिल शहीद राजकुमार के परिजन जिसमें उनकी मां, पत्नी, भाई व बच्चें खौफ के साए में जी रहे है। पुलिस में दर्ज करवाए गए मामले में कारगिल शहीद राजकुमार की मां इंद्रावती पत्नी मा. शेर सिंह ने बताया कि 8 अक्तूबर शाम को सात बजे वह अपने गांव भागेश्वरी अपने कपड़े व अन्य सामान लेने गई थी। जिसमें उसके साथ उसका पुत्र अनिल कुमार, पुत्रवधु सुनील देवी व पौत्र मोहित भी मौजूद थे। इंद्रावती का आरोप है कि कुछ देर बाद ही उनका लडक़ा संजय, उसकी पत्नी सुशीला, उसका बेटा बिन्नु यादव व अन्य तीन लडक़े सुशीला का पिता रामकुमार, जहाजगढ़ झज्जर निवासी जोनी ने उन पर डंडों के साथ बुरी तरह से हमला कर दिया और जानलेवा मारपीट की। यही नहीं जाते-जाते वे उन सभी को जान से मारने की धमकी भी दे गए।
जान बड़ी मुश्किल से बचाई और घायल अवस्था में अपनी मां
इंद्रावती ने पुलिस प्रशासन व सरकार से मांग की है कि उनका बेटा राजकुमार कारगिल की लड़ाई में देश के लिए लड़ा था और शहीद हुआ। इंद्रावती के पुत्र अनिल यादव पत्रकार ने बताया कि उन्होंने अपनी जान बड़ी मुश्किल से बचाई और घायल अवस्था में अपनी मां, पत्नी व पुत्र को अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पर वे उपचाररत्त है। उन्होंने प्रशासन व सरकार से मांग की है कि हमले के आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और सख्त से सख्त सजा दी जाए। अनिल यादव ने बताया कि घटना को 48 घंटे से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है।