दिल्ली , 4 जुलाई। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा के रोहतक में दिए गए बयान कि “भाजपा संगठन के पन्ना पर मज़बूती के बाद भी भाजपा बादली में क्यों हारी“ पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा नेता व हरियाणा भाजपा के दिल्ली में मीडिया संयोजक सुरेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि कांग्रेस यह बताए कि सोनीपत से चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा तथा रोहतक से दीपेन्द्र सिंह हुड्डा क्यों हारे? सुरेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा संगठन निरंतर सक्रिय है जिसका पूरा श्रेय प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चौधरी ओम प्रकाश धनखड़ और पार्टी के कार्यकर्ताओं को जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा निरंतर गतिशील संगठन है जो कि पिछले विधानसभा चुनावों की अपेक्षा अधिक मज़बूत हुआ है और आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनावों में और अधिक ताक़त से चुनावी रण में उतरेगा।
कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए श्री हुड्डा ने कहा कि काँच की गोटियों की तरह बिखरने वाला दल हरियाणा में अपने तीन प्रदेश अध्यक्ष बदलने के बाद भी अपने ज़िला अध्यक्ष तथा ब्लॉक अध्यक्ष तक की नियुक्ति नहीं कर पाया। कांग्रेस पार्टी में कार्यकर्ता कम हैं पर मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अधिक हैं। कांग्रेस पार्टी को पिता-पुत्र की पार्टी कहते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कौन बनेगा मुख्यमंत्री का धारावाहिक ज़रूर चल रहा है, मगर सत्य यह है कि पिता अपने पुत्र दीपेन्द्र हुड्डा को ही मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाने की हर कोशिश कर रहे थे जिस पर वर्तमान प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने पानी फेर दिया।
भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पिता-पुत्र के सपनों पर आज चंडीगढ़ में रणदीप सुरजेवाला, किरण चौधरी और कुमारी शैलजा ने एक साथ एक मंच पर आकर जोर का झटका धीरे से दे दिया है। ऐसे में अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को चुनावी रण में उतरने से पहले रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी शैलजा, कैप्टन अजय यादव और किरण चौधरी आदि नेताओं से आपसी नूरा कुश्ती को जितना होगा तभी वे सत्ता में आने के सपने देख पाएंगे।