भिवानी 25 अप्रैल।
कौशल विकास विद्यार्थियों में केवल रोजगार के अवसर ही पैदा नहीं करता बल्कि उन्हें सशक्त भी बनाता है. महिलाओं के मामले में कौशल विकास का उद्देश्य है न केवल उन्हें केवल नौकरियों के लिए तैयार करना बल्कि उनके काम की गुणवत्ता में सुधार करके उनके प्रदर्शन को बढ़ावा देना भी शामिल हैं. ये कहना है चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय की कुलसचिव ऋतु सिंह का.
प्रेस को जारी अपने वक्तव्य में उन्होनें बताया कि शिक्षा के साथ विद्यार्थियों का कौशल विकास बहुत जरूरी है क्योंकि आज वैश्वीकरण के इस बदलते दौर में इंडस्ट्री एवं मार्केट की जरूरत के मुताबिक विद्यार्थियों में हुनर का होना बहुत आवश्यक है. यदि विद्यार्थी शिक्षा के साथ कौशल विकास हासिल कर लेगा तो जहां उसके शिक्षा के बाद कुशलता विकसित करने में लगने वाला समय बचेगा वहीं शिक्षा के तुरंत बाद वह रोजगार प्राप्त करने में सक्षम होगा.
उन्होनें बताया कि कौशल विकास सफलता की एक कुंजी है जो उत्पादकता, रोजगार और कमाई के अवसरों में सुधार करता है. यह नौकरी और कार्यबल के बीच का महत्वपूर्ण सेतु है.
उन्होंने कहा कि हमें देश के ऊर्जावान युवाओं के भीतर कौशलता को जगाना होगा, ताकि हर युवा रोजगार सम्पन्न एवं आत्मनिर्भरता के साथ-साथ सुख-समृद्धि के विकास पथ को प्राप्त कर सके. बड़े हर्ष की बात है कि आज हम कौशलता को प्राथमिकता के तौर पर ले रहे हैं. भारत के युवा की उन्नति के लिए यह पहल अत्यंत ही सराहनीय साबित हो रही है. उन्होनें युवाओं से आह्वान किया कि वे शिक्षा के साथ साथ वे अपनी कौशलता को बढ़ावा दें. देश का युवा यदि स्वावलंबी होगा तो निश्चित तौर पर हमारा देश भी आत्म निर्भर एवं स्वावलंबी बनेगा.