
गुरुग्राम, 18 सितंबर। केंद्रीय सांख्यिकी, कार्यक्रम कार्यान्वयन व योजना राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि गुरुग्राम के ढांचागत तंत्र के विकास से जुड़ी बड़ी परियोजनाएं विशेषकर मेट्रो विस्तार व राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से कनेक्टिविटी के नए लिंक तथा दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी आरआरटीएस (नमो भारत कॉरिडोर)को धरातल पर जल्द साकार करने की सभी आवश्यक प्रक्रिया तेज की जाए। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार के साथ समन्वय करने के साथ ही नई दिल्ली में नीति आयोग के माध्यम से भी पूरा सहयोग किया जाएगा। उन्होंने यह बात गुरुवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में दो अलग-अलग सत्रों में गुरुग्राम से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं, स्वच्छता व अन्य विकास कार्यों की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कही।
वर्ष 2028 में पूरा होगा शहर में मेट्रो के विस्तार का काम
राव इंद्रजीत सिंह ने गुरुग्राम में मेट्रो के विस्तार को लेकर जारी कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी ली तथा मेट्रो विस्तार के दौरान यातायात प्रबंधन को लेकर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए। गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुग्राम में मिलेनियम सिटी से साइबर सिटी तक (28 किलोमीटर) के पहले चरण मिलेनियम सिटी से सेञ्चटर 9 (15 किमी) तक निर्माण आरंभ हो गया है। वहीं दूसरे चरण के निर्माण से संबंधित प्रक्रिया भी आरंभ हो चुकी है। इस परियोजना का वर्ष 2028 में पूरी हो जाएगी। इसके अतिरिक्त पालम विहार से नई दिल्ली के द्वारका सेक्टर 21 तक कनेक्ट करने का प्रस्ताव भेजा गया है। वहीं डीएमआरसी से एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन की इफको चौक तक नए लिंक का प्रस्ताव दिया है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने दोनों लिंक पर अधिकारियों के साथ चर्चा की और इन विषयों से जुड़ी आगामी प्रक्रिया को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
बावल तक हो आरआरटीएस का विस्तार
केंद्रीय राज्य मंत्री ने नमो भारत कॉरिडोर के तहत दिल्ली के सराय काले खां से एसएनबी वाया गुरुग्राम आरआरटीएस परियोजना की प्रगति के बारे में जानकारी ली। एनसीआरटीसी के एमडी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस परियोजना के पहले चरण में धारूहेड़ा तक का प्रस्ताव विचाराधीन है। जिस पर राव इंद्रजीत सिंह ने निर्देश देते हुए कहा कि धारूहेड़ा से आगे रेवाड़ी जिला का बावल भी बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। ऐसे में इस परियोजना को बावल तक जोड़ा जाना चाहिए। इससे संबंधित प्रक्रिया को संबंधित विभाग और वे स्वयं भी केंद्र सरकार के समक्ष रखेंगे। इसके अतिरिञ्चत उन्होंने हीरो होंडा चौक से उमंग भारद्वाज चौक तक बनने वाले रोड, एसपीआर, नए बस स्टैंड, नागरिक अस्पताल, खेल इंफ्रा को बढ़ावा देने से संबंधित कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की। डीसी अजय कुमार ने केंद्रीय राज्य मंत्री को लंबित परियोजनाओं से जुड़े कार्यों की जानकारी दी।
स्वच्छता से संबंधित तंत्र की क्षमता में हो बढ़ोतरी
राव इंद्रजीत सिंह ने दूसरे सत्र में गुरुग्राम शहर में स्वच्छता, जलनिकासी, बंधवाड़ी लैंडफिल साइट व नागरिकों की समस्याओं से जुड़े विभिन्न विषयों के बारे में जानकारी ली। जीएमडीए के सीईओ श्यामल मिश्रा ने केंद्रीय राज्य मंत्री को अवगत कराया कि धनवापुर और बहरामपुर में एसटीपी की क्षमता बढ़ाई जाएगी। जिससे सिंचाई विभाग की सहायता से किसानों को भी सिंचाई के लिए शोधित जल उपलब्ध होगा वहीं शहर के पार्क व उद्योगों में भी इसका उपयोग हो सकेगा। नगर निगम के आयुक्त प्रदीप दहिया ने अवगत कराया कि शहर बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर लीगेसी वेस्ट के निपटान के लिए टेंडर इसी माह के अंत में खोला जाएगा साथ ही टेंडर लेने वाली कंपनियों को लीगेसी वेस्ट के निपटान के लिए निर्धारित समय सीमा दी जाएगी। केंद्रीय राज्य मंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि पिछले अनुभव से सबक लेते हुए नई एजेंसी के कार्य की तिमाही के आधार पर समीक्षा की जाए। वहीं, इस बार जलभराव से सबक लेते हुए गुरुग्राम शहर के प्राकृतिक जल प्रवाह का भी अध्ययन कराया जाए।
इस अवसर पर पटौदी की विधायक बिमला चौधरी, गुरुग्राम के विधायक मुकेश शर्मा, नीति आयोग के अतिरिक्त सचिव राजीव सिंह ठाकुर, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की प्रशासक वैशाली सिंह, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय से निदेशक योगेश अंतिल, प्रोग्राम डायरेक्टर युगल जोशी, नगर निगम गुरुग्राम के एडिशनल कमिश्नर रविंद्र यादव, जेसी विशाल कुमार, एनसीआरटीसी के एमडी अतुल तथा हरियाणा मेट्रो रेल कार्पोरेशन के अधिकारी उपस्थित रहे।