
गुरुग्राम, शनिवार, 24 सितम्बर 2025 – गुरुग्राम पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो युवकों को गिरफ्तार किया है, जिन पर कार चालक के साथ मारपीट कर उसका मोबाइल फोन छीनने का आरोप है। आरोपियों की पहचान 21 वर्षीय केशव और 22 वर्षीय गौरव के रूप में हुई है। यह घटना 20 सितम्बर की रात डीएलएफ फेज-2 क्षेत्र में घटी थी।
घटना कैसे हुई?
पुलिस के अनुसार, 20 सितम्बर की देर रात एक कार चालक डीएलएफ फेज-2 इलाके से गुजर रहा था। उसी दौरान बाइक पर सवार दो युवक वहां पहुंचे और कार चालक को रोककर उससे कहासुनी करने लगे। देखते ही देखते दोनों ने चालक के साथ मारपीट शुरू कर दी और उसका महंगा मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए।
पीड़ित ने तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की।
पुलिस की कार्रवाई
डीएलएफ फेज-2 थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत के बाद तुरंत स्पेशल टीम गठित की गई।
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पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली।
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बाइक और दोनों युवकों की पहचान तकनीकी सर्विलांस के जरिए की गई।
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कुछ घंटों की मेहनत के बाद 21 वर्षीय केशव और 22 वर्षीय गौरव को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के समय आरोपियों के पास से लूटा गया मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया।
आरोपियों की पृष्ठभूमि
पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों आरोपी गुरुग्राम के ही रहने वाले हैं और पहले भी छोटे-मोटे अपराधों में संलिप्त रहे हैं।
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केशव (21) – बेरोजगार, दोस्तों के साथ गलत संगत में पड़कर आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया।
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गौरव (22) – अस्थायी काम करता था, लेकिन तेज पैसे कमाने की चाहत में चोरी-लूट जैसी वारदातों में हाथ डालने लगा।
पुलिस का बयान
डीसीपी ईस्ट ने कहा –
“गुरुग्राम पुलिस अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शेगी नहीं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। हमारा मकसद है कि शहर में कानून-व्यवस्था बनी रहे और आम लोग सुरक्षित महसूस करें।”पीड़ित की हालत
कार चालक, जिसने वारदात की शिकायत दर्ज कराई थी, घटना के बाद काफी सहम गया। उसने पुलिस को बताया कि मारपीट के दौरान उसे हल्की चोटें आईं, लेकिन सबसे ज्यादा झटका उसे मोबाइल छिनने से लगा क्योंकि उसमें उसके जरूरी डॉक्यूमेंट्स और ऑफिस का डेटा सेव था।
इलाके में दहशत और गुस्सा
डीएलएफ फेज-2 गुरुग्राम का पॉश इलाका माना जाता है, जहां देर रात तक लोग घूमते रहते हैं। इस घटना ने वहां के निवासियों और व्यापारियों को हिलाकर रख दिया।
कई लोगों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि अगर सुरक्षित इलाकों में भी इस तरह की वारदात हो सकती है तो आम लोग कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे।
स्थानीय निवासियों ने पुलिस से रात के समय गश्त बढ़ाने और CCTV की निगरानी मजबूत करने की मांग की है।पिछले महीनों में अपराधों का बढ़ता ग्राफ
गुरुग्राम में पिछले कुछ महीनों में स्नैचिंग और लूट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
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पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक, केवल पिछले दो महीनों में 75 से अधिक स्नैचिंग के मामले दर्ज किए गए हैं।
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इनमें से ज्यादातर वारदातें देर रात और सुनसान इलाकों में हुई हैं।
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अब शहर के सभी प्रमुख इलाकों में अतिरिक्त पुलिस पिकेट लगाए जाएंगे।
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हर वारदात पर तेजी से प्रतिक्रिया देने के लिए क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) की तैनाती होगी।
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- बार-बार अपराध में शामिल होने वालों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- कई मामलों में बाइक सवार अपराधी टारगेट बनाते हैं और तुरंत फरार हो जाते हैं।
पुलिस की आगे की रणनीति
गुरुग्राम पुलिस ने दावा किया है कि –
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अब शहर के सभी प्रमुख इलाकों में अतिरिक्त पुलिस पिकेट लगाए जाएंगे।
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हर वारदात पर तेजी से प्रतिक्रिया देने के लिए क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) की तैनाती होगी।
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बार-बार अपराध में शामिल होने वालों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विशेषज्ञों की राय
कानून विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि अन्य युवक अपराध करने से पहले सौ बार सोचें। वहीं, समाजशास्त्रियों का मानना है कि बेरोजगारी और नशे की लत भी युवाओं को अपराध की ओर धकेल रही है।
निष्कर्ष
गुरुग्राम पुलिस की त्वरित कार्रवाई से जहां पीड़ित को राहत मिली है वहीं यह भी साबित हुआ है कि अपराधियों के लिए शहर में कोई जगह नहीं। लेकिन लगातार बढ़ती वारदातें यह सवाल जरूर खड़ा करती हैं कि आखिर अपराध की जड़ें इतनी गहरी क्यों होती जा रही हैं। इसका समाधान सिर्फ पुलिस कार्रवाई से नहीं बल्कि समाज और प्रशासन दोनों के सामूहिक प्रयासों से ही संभव है।