गोवा, 12 दिसंबर 2025
गोवा नाइट क्लब हादसे से जुड़ा मामला अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस केस में मुख्य आरोपी माने जा रहे लूथरा ब्रदर्स को थाइलैंड में हिरासत में लिए जाने के बाद अब उन्हें भारत लाने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो गई है। भारतीय जांच एजेंसियों ने थाइलैंड के इमिग्रेशन और न्यायिक अधिकारियों के साथ संपर्क बढ़ाते हुए डिपोर्टेशन प्रक्रिया को तेज कर दिया है।
डिपोर्टेशन का पूरा सिस्टम कई चरणों में पूरा होता है। सबसे पहले भारत को थाइलैंड को यह साबित करना होता है कि आरोपी भारतीय नागरिक हैं और उन पर गंभीर आपराधिक आरोप दर्ज हैं। इसी क्रम में भारतीय एजेंसियों ने कोर्ट वारंट, आरोपों का विवरण, एफआईआर की कॉपी और आरोपी की पहचान संबंधी दस्तावेज थाइलैंड सरकार को सौंप दिए हैं। इन दस्तावेजों की जांच के बाद थाइलैंड की स्थानीय अदालत से अनुमति ली जाती है, जिसके आधार पर डिपोर्टेशन को अंतिम मंजूरी मिलती है।
अनुमान है कि तमाम औपचारिकताएं पूरी होने के बाद दोनों भाइयों को पहले दिल्ली लाया जाएगा, जहां इमिग्रेशन विभाग उन्हें भारतीय कानूनों के तहत औपचारिक रूप से भारत में प्रवेश दर्ज करेगा। इसके बाद गोवा पुलिस उनकी गिरफ्तारी दर्ज करेगी और उन्हें गोवा ले जाया जाएगा। वहां उनसे हादसे से जुड़े कई अहम सवालों पर पूछताछ होगी, जिसमें क्लब संचालन, सुरक्षा मानकों की अनदेखी, फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल और हादसे की जिम्मेदारी जैसे मुद्दे शामिल हैं।
गौरतलब है कि गोवा के इस नाइट क्लब में हुए हादसे में कई लोग घायल हुए थे, जिसके बाद लूथरा ब्रदर्स के खिलाफ लापरवाही, अवैध संचालन और आपराधिक साजिश जैसे गंभीर आरोप सामने आए थे। भारत लाए जाने के बाद जांच और भी तेज होने की उम्मीद है।
