सिरसा,19 अगस्त। राजस्थान की सरहद से सटे हरियाणा में जिला सिरसा के सबसे बड़े गंाव जमाल के जलघर व नहरों में पर्याप्त पानी न पहुंचने से खफा होकर पिछले छह रोज से पानी की टंकी पर चढ़े युवक विकास व अशोक नीचे नहीं उतरे। जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त पार्थ गुप्ता,एसडीएम राजेंद्र जांगड़ा,सिंचाई व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व आदोंलनरत्त ग्रामीणों की ग्यारह सदस्यीय कमेटी के बीच आज जमाल गांव में एक बैठक हुई। प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी मांगों का हल करने के लिए दस दिन का समय मांगा जिस पर कमेटी ने मनाही कर दी जिससे बैठक बेनतीजा रही। पेयजल और सिंचाई पानी की कमी को लेकर चल रहे धरने पर गांव की सैंकड़ाभर महिलाओं ने भी पहुंचकर समर्थन दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
बैठक के उपरांत ग्यारह सदस्य कमेटी में शामिल जिला परिषद सदस्य नंदलाल बैनीवाल, सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश डूडी, रामजीलाल सिहाग, देवीलाल खिचड़, विजय बैनीवाल, रणजीत श्योराण, जगदीश बांदर, काशीराम, बलवीर सिंह, खानू टेंट वाला और जगदीश चंद्र ने कहा की कुतियाना माइनर, जमाल माइनर और मंगाला खरीफ चैनल में पर्याप्त पानी नहीं आने के कारण उनकी फसलें खराब हो रही हैं,वहीं गांव में पीने के पानी की समस्या भंयकर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं के समाधान होने पर ही प्रशासन से आगे बातचीत बढ़ाई जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि अंतिम छोर पर पडऩे वाले गांव जमाल व कुतियाना की करीब 15 हजार एकड़ में खड़ी सावनी की फ सल सिंचित जल के अभाव में सूखने के कगार पर है।
गांव के पूर्व सरपंच व जिला पार्षद नंदलाल बैनीवाल ने बताया कि उनका गांव लम्बे समय से पानी की किल्लत झेल रहा है। गांव में आने वाले हर नेता को इस समस्या से ग्रामीण अवगत करवाते रहते हैं मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही। कुताना माईनर,जमाल माईनर व घग्घर नदी से निकले नाले में पर्याप्त जल नहीं आ रहा जिससे उनकी फसलें सूख रही हैं। सरकार आए रोज टेल तक पानी की बात करती है मगर पानी नहीं पहुंच रहा। हर वर्ष गर्मी के सीजन में पीने योग्य पानी मोल लेकर पीना पड़ता है। ट्रेक्टर वाले एक टेंकर पानी का छह सौ रूपए तक वसूल करते हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक व्यवस्थाओं से परेशान होकर गांव के युवक पानी की टंकी पर चढ़े हैं जिनकी तबीयत अब बिगडऩे लगी है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की उनकी समस्या को लेकर संजीदा नहीं है,जब तक सिंचित व पेयजल की समस्या का स्थाई समाधान नहीं होता उनका आदोंलन यथावत रहेगा। उन्होंने बताया कि अगर पानी के मसले का स्थाई हल नहीं हुआ तो आने वाले समय में समूचा गांव चुनावों का पूर्ण बहिष्कार करेगा।
गांव के सरपंच प्रतिनिधि औम प्रकाश डूडी ने बताया कि जिला उपायुक्त पार्थ गुप्ता व अन्य अधिकारियों के साथ आज ग्रामीणों की गठित कमेटी की बैठक हुई मगर प्रशासन ने समाधान के लिए दस दिन का समय मांगा जिसे कमेटी ने इंकार कर दिया जिससे बैठक बेनतीजा रही।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि गांव जमाल के ग्रामीणों से बात हुई है। उनकी समस्या का समाधान करने के लिए सिंचाई व जनस्वास्थ्य विभाग के प्रदेश मुख्यालय तक औपचारिकतांए पूरी करनी पड़ेगी जिसके लिए दस दिन का समय मांगते हुए टंकी पर चढ़े युवकों से नीचे उतरने का आग्रह किया गया है।