कैथल में आयोजित हुआ मुख्यमंत्री मनोहर लाल का जनसंवाद कार्यक्रम
गंभीर बीमारी से जूझ रहे युवक को स्वैच्छिक कोष से मुख्यमंत्री ने दिए 50 हजार रुपये
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री हर दिन अपने जन कल्याणकारी कार्यों से कोई न कोई मिसाल पेश करते हैं। सोमवार को कैथल में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक बार फिर ऐसी ही मिसाल पेश करते हुए जनसंवाद में एक-एक व्यक्ति की स्वयं गेट पर खड़े होकर समस्या सुनी और उनका समाधान किया व कुछ शिकायतों में अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कैथल के इंदिरा गांधी महाविद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आमजन पहुंचे और मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी शिकायतें रखी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सर्वप्रथम आमजन के बीच माइक देकर लोगों की शिकायतों को सुना। इसके बाद वह स्वयं सभागार के गेट पर खड़े हो गए और जिन भी व्यक्तियों ने शिकायते देनी थी, उन्हें एक-एक करके बुलाया गया। मुख्यमंत्री ने सभी की शिकायतें सुनी और समाधान किया। इस दौरान कैथल के राजेंद्र कुमार ने अपने बेटे की बीमारी के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी शिकायत रखी, इस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने स्वैच्छिक कोष से 50 हजार रुपये देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त शहर से जुड़ी समस्याओं के लिए एसपी, डीसी को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
पहले की सरकारों से ज्यादा किए विकास के काम
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जनसंवाद के दौरान कहा कि हमारी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं, मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि हमने पिछली सरकारों की तुलना में ज्यादा काम किए हैं। अगर कामों को गिनती के हिसाब से गिनवाने लग जाऊं तो विकास कार्यों की संख्या पिछली सरकार की तुलना में दोगुनी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आई तो प्रदेश में 6 मेडिकल कॉलेज थे लेकिन आज प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 15 है। अभी 2185 एमबीबीएस की सीटें हैं जो आने वाले समय में 3 हजार होंगी।
बिना भेदभाव के हर क्षेत्र में हुआ विकास
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमारी सरकार ने बिना भेदभाव के हर क्षेत्र में विकास किया है। प्रदेश में 72 नए कॉलेज खोले गए हैं, इनमें से आधे कॉलेज लड़कियों के हैं। उन्होंने कहा कि हमने भ्रष्टाचार, क्राइम और जाति आधारित राजनीति पर प्रहार किया है। पहले स्थिति ये थी कि आम लोगों को छोटे-छोटे काम के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे लेकिन हमने परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) के माध्यम से योजनाओं का लाभ घर तक पहुंचाने का कार्य किया है। आज जो भी पात्र परिवार हैं, उन्हें योजनाओं का लाभ सीधे मिल रहा है। इसमें बुढ़ापा पेंशन हो या फिर अन्य योजनाएं शामिल हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पात्र परिवार सरकार द्वारा लागू की गई आयुष्मान योजना से आज 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त करवा रहे हैं। आमजन को ध्यान मे रखकर योजनाओं को बनाया जा रहा है।
जनसंवाद के दौरान 6 लोगों की बनाई गई मौके पर पेंशन
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जनसंवाद के दौरान 6 लोगों की मौके पर पेंशन बनवाई। इसमें कैथल की राजबाला और कन्हैया लाल की वृद्धावस्था सम्मान पेंशन, कैथल के प्रदीप, माई लाल, रामकरण और सतीश कुमार की विधुर तथा अविवाहित व्यक्तियों को वित्तीय सहायता की पेंशन बनाई गई।