दिल्ली,24 जुलाई। श्रावण मास का बहुत अधिक धार्मिक महत्व है। इस माह भगवान शंकर की उपासना की जाती है। सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, इस दिन नागों की पूजा का विधान है। नाग पंचमी पर भगवान शिव के गले में आभूषण के रूप में मौजूद नाग देव की पूजा होती है। इस वर्ष सावन शुक्ल पंचमी तिथि 21 अगस्त 2023 को रात 12 बजकर 21 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 22 अगस्त 2023 को दोपहर 2 बजे होगा। हिंदू धर्म में सदियों से नागों को पूजने की परंपरा चली आ रही है। ऐसी मान्यताएं हैं कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता को दूध अर्पित करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। नाग पंचमी के दिन अनंत, वासुकि, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट, शंख, कालिया और पिंगल नामक देव नागों की पूजा की जाती है।
पूजन का शुभ मुहूर्त
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 21 अगस्त को सुबह 12 बजकर 23 मिनट से 21 अगस्त रात 2 बजे तक है। पूजा का मुहूर्त 21 अगस्त को सुबह 12 बजकर 23 मिनट से 21 की मध्य रात्रि 2 बजे तक है।