- दिल्ली आबकारी नीति मामले में कोर्ट के आदेश से हुआ साफ, पूरा मामला ही है फर्जी
- हरियाणा शराब घोटाले की जांच रिपोर्ट खट्टर सरकार ने क्यों दबाई: अनुराग ढांडा
गुरुग्राम , 8 मई
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने सोमवार को कहा कि दिल्ली के कथित शराब घोटाले पर राउस एवेन्यू कोर्ट से भाजपा और सीबीआई-ईडी के गठजोड़ को जबरदस्त झटका लगा है. कोर्ट के आदेश से साफ हो गया है कि दिल्ली में कोई शराब घोटाला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि पूरा शराब घोटाला फर्जी है और इसका मकसद केवल आम आदमी पार्टी को बदनाम करना है. इस मामले में गिरफ्तार राजेश जोशी और गौतम मल्होत्रा को कोर्ट ने जमानत दे दी . उन्होंने कहा कि कोर्ट ने भाजपा और सीबीआई-ईडी द्वारा लगाए गए 100 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप को मनगढ़ंत बताया है. इस पैसा का इस्तेमाल गोवा चुनाव में करने का आरोप भी कोर्ट में धराशायी हो गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की एजेंसी सीबीआई-ईडी की जांच से आम आदमी पार्टी को देश की सबसे ईमानदार पार्टी होने का सर्टिफिकेट मिला है. उन्होंने कहा कि असलियत में शराब घोटाला हरियाणा में हुआ है. खट्टर सरकार के इस घोटाले की जांच सीबीआई-ईडी को करनी चाहिए. हरियाणा में शराब घोटाला लॉकडाउन के दौरान हुआ था. इससे खट्टर सरकार ने राजस्व में हजारों करोड़ रूपये का नुकसान पहुंचाया है. हजारों करोड़ के इस घोटाले में गोदाम से शराब की हजारों पेटी गायब हुई थी. इसमें आबकारी विभाग, पुलिस और शराब कारोबारियों की मिलीभगत सामने आई थी. इसके अलावा शराब तस्करी के मामले में एक जजपा नेता का नाम भी सामने आया था. उन्होंने कहा कि शराब घोटाला सामने आने के बाद गृह मंत्री अनिल विज के आदेश पर जांच कमेटी गठित की गई थी। इसमें एसआईटी ने 2000 पेज की रिपोर्ट भी बनाई थी। जोकि सरकार ने दबाने का काम किया। इस रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर भी नहीं रखा गया. उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार ने इस घोटाले में 2-4 अफसरों को सस्पेंड करने का काम किया, जबकि घोटाले के मास्टरमाइंड नेता खुले घूम रहे हैं. वहीं विजिलेंस की रिपोर्ट अभी तक भी नहीं आई है. इसमें सरकार की मिलीभगत स्पष्ट नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि सीबीआई-ईडी को हरियाणा में दिन रात बिकने वाली अवैध शराब की जांच करनी चाहिए.