गुरुग्राम में विधानसभा चुनावों के बीच निर्दलीय प्रत्याशी और समाजसेवी नवीन गोयल को भाजपा के वरिष्ठ नेता सुमेर तंवर का समर्थन मिला है। तंवर ने अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि भाजपा ने पार्टी के उन नेताओं की कदर नहीं की, जिन्होंने शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने विशेष रूप से नवीन गोयल के पिछले 10 वर्षों में किए गए कार्यों की सराहना की, जिन्हें शहरवासी अब तक नहीं भूल पाए हैं।
सुमेर तंवर का समर्थन
सुमेर तंवर ने कहा कि भाजपा ने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है जो कभी पार्टी का विरोधी रहा है, जबकि नवीन गोयल ने पार्टी के लिए मेहनत की है। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र में दलित नेता भी उन्हें मनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी नवीन गोयल का समर्थन करने का निर्णय ले लिया है।
दलित समाज का समर्थन
तंवर के समर्थन के बाद, नवीन गोयल की स्थिति और मजबूत हो गई है। सुमेर तंवर, जो दलित नेता रहे हैं, के समर्थन से नवीन गोयल को दलित समाज से भी काफी वोट मिलने की उम्मीद है। दोनों नेताओं ने पहले भाजपा के लिए मिलकर काम किया था, लेकिन अब दोनों ही भाजपा की नीतियों से असंतुष्ट होकर जनता के बीच आ गए हैं।
नवीन गोयल की बढ़ती लोकप्रियता
गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्र में नवीन गोयल की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। तंवर के साथ आने से उनके साथियों और समर्थकों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। भाजपा के बड़े नेताओं का आशीर्वाद और गुरुजनों का प्यार नवीन को आगे बढ़ा रहा है।
चुनावी परिणाम
अब 5 अक्टूबर को होने वाले मतदान के दौरान यह देखना दिलचस्प होगा कि मतदाता किसकी किस्मत का फैसला करते हैं। सुमेर तंवर का समर्थन नवीन गोयल को महत्वपूर्ण बढ़त दिला सकता है, और यह भाजपा के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।
इस स्थिति ने हरियाणा की राजनीति में नए समीकरण स्थापित कर दिए हैं, और यह स्पष्ट हो रहा है कि जनता अपने अधिकारों और नेताओं की कदर करने के लिए तैयार है।