- नूंह,6 जुलाई : हरियाणा के नूंह में हिंसा के बाद इंटरनेट पर लगाए बैन को बढ़ा दिया गया है। अब नूंह में 8 अगस्त तक इंटरनेट बंद रहेगा। जबकि पलवल जिला में 7 अगस्त तक इंटरनेट पर रोक की अवधि बढ़ाई गई है। इसके साथ फरीदाबाद जिला और गुरुग्राम जिले के सोहना, पटौदी और मानेसर में इंटरनेट से पाबंदी हट गई है। यहां रात 5 अगस्त की रात तक इंटरनेट बंद किया गया था।
- वहीं हिंसा को लेकर गृहमंत्री अनिल विज ने बड़े खुलासे किए हैं। उनका कहना है कि उन्हें नूंह में हुई सांप्रदायिक झड़पों की जानकारी नहीं थी। झड़पों के कई घंटे बाद उन्हें एक निजी व्यक्ति ने फोन कर जानकारी दी। हैरानी की बात यह है कि सूबे के बड़े पुलिस अधिकारी भी सांप्रदायिक हिंसा से अनभिज्ञ थे।
- दूसरी तरफ नूंह में जारी कर्फ्यू के बीच थाना लेवल पर जिले में 22 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। नूंह के डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि अपने-अपने इलाके में लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने की जिम्मेदारी इन्हीं की होगी। लोगों के सहयोग के लिए इनके फोन नंबर भी जारी किए हैं। किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए ये ड्यूटी मजिस्ट्रेट तुरंत जरूरी फैसले ले सकेंगे। नूंह में कर्फ्यू में आज भी ढील दी गई है। सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक लोग जरूरी सामान खरीद सकते हैं।
- नूंह दंगों का पाकिस्तानी कनेक्शन
- इस बीच नूंह दंगों का पाकिस्तानी कनेक्शन भी सामने आया है। हरियाणा पुलिस की जांच में पाकिस्तानी यू-ट्यूबर जीशान मुश्ताक के बारे में पता चला है। उसने अहसान मेवाती पाकिस्तानी नाम से सोशल मीडिया पर अकाउंट बना रखा था और इसी से भड़काऊ वीडियो पोस्ट किए। मुश्ताक ने अपनी लोकेशन अलवर बताई जबकि हकीकत में वह पाकिस्तान के इस्लामाबाद और लाहौर से वीडियो पोस्ट कर रहा था।
- जीशान ने पाकिस्तान एजुकेशन एवं रिसर्च नेटवर्क के जरिए ये वीडियो अपलोड किए। इस सेंट्रलाइज्ड नेटवर्क से पाकिस्तान के एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस को इंटरनेट दिया जाता है। यह पाकिस्तान सरकार का ही हिस्सा है। जीशान ने मोनू मानेसर को मारने और नूंह में दंगों के लिए उकसाया। जिस दिन हिंसा जारी थी, उस दिन वह आगजनी-तोड़फोड़ के फुटेज भी जारी कर रहा था। पुलिस को शक है कि जीशान का नूंह में मजबूत नेटवर्क है। पुलिस ने अब तक की जांच के आधार पर केस दर्ज करने की तैयारी कर ली है।