- प्रदेश के 1585 सरकारी स्कूलों में शौचालय ही नहीं: डॉ. सुशील गुप्ता
- 131 सरकारी स्कूलों में पीने के पानी व 236 स्कूलों में बिजली के कनेक्शन ही नहीं: डॉ. सुशील गुप्ता
- हरियाणा में 10वीं का रिजल्ट 65 प्रतिशत रहा, 60 हजार बच्चे फेल हुए: डॉ. सुशील गुप्ता
- पंजाब में 10वीं का परीक्षा परीणाम 97.54 प्रतिशत रहा तो दिल्ली में 99 प्रतिशत से ज्यादा: डॉ. सुशील गुप्ता
- बच्चों को अनपढ़ रखना चाहती है खट्टर सरकार, ताकि रोजगार न मांगें: डॉ. सुशील गुप्ता
चंडीगढ़
आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने प्रदेश में गिरते शिक्षा स्तर और स्कूलों की बद्तर हालत को लेकर सीएम खट्टर पर निशाना साधा। उन्होंने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि खट्टर सरकार प्रदेश को पीछे ले जाने काम काम कर रही है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों का बुरा हाल हुआ पड़ा है। उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा प्रदेश के 1585 सरकारी स्कूलों में शौचालय नहीं हैं और इनमें से 538 लड़कियों के स्कूल हैं। इसके अलावा 131 सरकारी स्कूलों में पीने के पानी की सुविधा और 236 स्कूलों में बिजली कनेक्शन ही नहीं है। यहां तक कि 321 सरकारी स्कूलों में चहारदीवारी तक नहीं है.
उन्होंने रिपोर्ट का हवाला देते ही कहा कि सरकारी स्कूलों के लिए 8240 अतिरिक्त कक्षाओं और 3630 अन्य कमरों (विज्ञान प्रयोगशाल, कंप्यूटर कक्ष, स्टाफ रूम आदि सहित) की जरूरत है। सीएम खट्टर ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का बेड़ा गर्क करने का काम किया है। ऐसे ही चलता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कोई अभिभावक अपने बच्चों को नहीं पढ़ाएगा.
उन्होंने कहा कि पंजाब और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है। पंजाब में भगवंत मान सरकार में शुक्रवार को पंजाब बोर्ड ने 10वीं का परीक्षा परीणाम घोषित किया और रिजल्ट 97.54 प्रतिशत रहा। घोषित परीक्षा परिणाम के मुताबिक पंजाब के सरकारी स्कूल टॉप पर रहे जिनका परिणाम 97.76 रहा। ऐसे ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार में 10वीं में 99.49 प्रतिशत और 12वीं में 99.25 प्रतिशत बच्चे पास हुए। जबकि इस बार हरियाणा बोर्ड का कुल परीक्षा परिणाम 65 प्रतिशत रहा है। परीक्षा परिणाम में पिछले साल की तुलना में लगभग 8 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस साल हरियाणा में 60 हजार से ज्यादा बच्चे फेल हुए हैं। यह परीक्षा परिणाम शिक्षा के प्रति खट्टर सरकार की गंभीरता को दर्शाता है.
डॉ. सुशील कहा कि खट्टर सरकार ने प्रदेश में शिक्षा का बेड़ा गर्क कर दिया है। खट्टर सरकार बच्चों को अनपढ़ रखना चाहती है, ताकि वे पढ़ लिखकर रोजगार न मांग सके। खट्टर सरकार नई शिक्षा नीति की आड़ में प्रदेश के सरकारी स्कूलों को बंद करना चाहती है, लेकिन आम आदमी पार्टी खट्टर सरकार की इस मंशा को कभी कामयाब नहीं होने देगी। प्रदेश में भाजपा के सभी मॉडल फेल हो चुके हैं। अब प्रदेश की जनता की आखिरी उम्मीद आम आदमी पार्टी है। 2024 में प्रदेश की जनता शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ फ्री मूलभूत सुविधाएं देने वाली आदमी पार्टी की सरकार बनाएगी। प्रदेश में आने वाला समय आम आदमी पार्टी का है.