- -श्री 1008 पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जी पहुंचे मुनि श्री अनुमान सागर जी महाराज
25 जून,गुरुग्राम
रम पूज्य मुनि अनुमान सागर जी महाराज जी का 1008 पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जी में गाजे-बाजे से शोभा यात्रा के साथ भव्य मंगल प्रवेश हुआ। महाराज सर्वप्रथम मंदिर जी में विराजमान चमत्कारी मूर्ति पाश्र्वनाथ भगवान के दर्शन कर भगवान की महिमा का वर्णन किया।
महाराज जी ने 22वें तीर्थंकर भगवान नेमीनाथ का निर्वाण महोत्सव निर्वाण लाडू चढ़ाकर महाराज के साथ में मनाया गया। इसके बाद 51 परिवारों द्वारा महाराजश्री की चरण वंदना की गई। पाश्र्वनाथ ऑडिटोरियम में भगवान पाश्र्वनाथ का एवं प्रथमाचार्य परम पूज्य चारित्र चक्रवर्ती आचार्य शान्ति सागर महाराज जी का चित्र अनावरण दीप प्रज्जवलन समाज के श्रावकों द्वक्षरा किया गया। तत्पश्चात महाराज को श्रीफल चढ़ाकर गुरुग्राम में चातुर्मास हेेतु विनय की।
महाराजश्री ने अपने प्रवचनों में कहा कि मनुष्य जन्म से नहीं कर्म से महान बनता है। मनुष्य जन्म हमें किसी पद के लिए नहीं मनुष्य जन्म भगवान बनने के लिए मिला है। हम इधर-उधर भटकते हैं, लेकिन भगवान को सभी जगह है। हमें अपने मंदिर में भी पूजा-अर्चना करनी चाहिए। महाराजश्री ने बताया कि हमें छोटे बच्चों में धार्मिक संस्कार बचपन से ही डालने चाहिए।
इसके बाद समाज के प्रधान संदीप जैन ने सभी से आग्रह किया कि चातुर्मास के समय सभी को महाराजश्री से बहुत कुछ ग्रहण करना है। महामंत्री श्रेयांस जैन ने सभी साधर्मी भाइयों को सभी धार्मिक कार्यक्रम में जुडऩे का आह्वान किया। उपप्रधान विनय जैन, सह मंत्री पारस जैन, कोषाध्यक्ष प्रदीप जैन ने सभी जैन समाज के व्यक्तियों को महाराज के आहार चार्या, भक्ति प्रवचन आदि में शामिल होने का आग्रह किया। जैन समाज के प्रवक्ता अभय जैन एडवोकेट ने बताया कि आगामी 2 जुलाई रविवार को चातुर्मास कलश की स्थापना होगी। इस भवय मंगल प्रवेश में पटौदी, फरूखनगर, सोहना चौक, डीएलएफ, साउथ सिटी, सेक्टर-4, झाड़सा, बादशाहपुर, मालिबू टाउन, सेक्टर-15 आदि क्षेत्रों से जैन श्रद्धालु पहुंचे।