
जहानाबाद का गांधी मैदान सोमवार को ऐतिहासिक नज़ारा पेश करता दिखा। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपनी बिहार अधिकार यात्रा लेकर पहुंचे और मैदान में उमड़ी भीड़ ने यह साफ़ कर दिया कि जनता बदलाव चाहती है। मंच पर पहुंचे तेजस्वी ने जो कहा, वह सीधे-सीधे नीतीश सरकार पर हमला था।तेजस्वी यादव ने जनता से सवाल पूछते हुए कहा ,क्या आपको रोजगार मिला?क्या यह सरकार युवाओं को न्याय दे पाई? क्या भ्रष्टाचार और अपराध खत्म हुआ?इसके बाद तेजस्वी ने खुद जवाब दिया नहीं इसलिए ही यह अधिकार यात्रा है। ये बेरोजगार युवाओं की यात्रा है। अब वक्त आ गया है कि मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंका जाए।तेजस्वी यादव ने ऐलान किया कि अगर जनता उन्हें मौका देगी, तो उनकी सरकार होगी भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त सरकार।गांधी मैदान में जुटी भीड़ नारे लगाते हुए बार-बार यही कह रही थी –तेजस्वी तेरे संघर्ष को, सलाम हमारा होगा।
राजनीति के जानकार मान रहे हैं कि यह यात्रा सिर्फ़ राजनीतिक शो नहीं, बल्कि 2025 के विधानसभा चुनाव का ट्रेलर है।तेजस्वी युवाओं और किसानों को जोड़कर नीतीश सरकार के खिलाफ माहौल बना रहे हैं। राजद की रणनीति साफ है – युवा, रोजगार और भ्रष्टाचार विरोध ही इस यात्रा का असली मुद्दा।तेजस्वी यादव ने भाषण में जनता से वादा किया कि उनकी सरकार आने पर हर बेरोजगार को रोजगार मिलेगा, शिक्षकों की बहाली होगी, और अपराध पर सख्त कार्रवाई होगी।अब बड़ा सवाल यही है क्या तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा नीतीश कुमार की सरकार के लिए खतरे की घंटी है? क्या युवा वर्ग सच में तेजस्वी के पीछे खड़ा होगा?और सबसे अहम… क्या यह यात्रा 2025 चुनाव में महागठबंधन को सत्ता में वापस ला पाएगीजहानाबाद का यह महासमुंद साफ बता रहा है कि तेजस्वी का जादू अब भी कायम है। लेकिन अंतिम फैसला जनता ही करेगी।तेजस्वी का बिगुल – रोजगार ही मुद्दा! युवा बोले – चाहिए बदलाव!क्या 2025 में लौटेगी राजद सरकार?