चंडीगढ़, 14 नवंबर
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत पर भाजपा के प्रदेश प्रभारी डा. सतीश पूनिया ने बिहार की जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता का जनादेश पीएम मोदी और सीएम नीतिश कुमार पर भरोसा का जनादेश है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने वाकई में जंगलराज को नकारा है और राज्य के विकास और तरक्की के लिए स्पष्ट जनादेश दिया है। यह बातें डा. सतीश पूनिया ने झज्जर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। यहां उन्होंने कांग्रेस पर निशाना भी साधा। इस मौके पर झज्जर जिला अध्यक्ष विकास वाल्मिकी, जिला परिषद के चेयरमैन कप्तान बरधाना, संजय कबलाना, दिनेश कौशिक आदि मौजूद रहे।
भाजपा प्रभारी डा. सतीश पूनिया ने कहा कि पीएम मोदी और नीतिश कुमार की गठबंधन की सरकार ने बिहार में विकास को नई रफ्तार दी है। अब बिहार में विकास रफ्तार पकड़ चुका है, बिहार जंगल राज से मुक्त और विकास राज के रास्ते पर चल पड़ा है। उन्होंने कहा कि यह जनादेश बिहार में कानून व्यवस्था की दुरुस्ती, बुनियादी विकास के लिए जनता ने एनडीए सरकार को दिया है।
डा. पूनिया ने कहा कि जिस तरीके से आरजेडी के राज में भ्रष्टाचार था, जंगल राज था उसको नकारते हुए एक नया भरोसा बिहार की जनता ने पीएम मोदी और नीतिश कुमार पर किया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जो चुनौतियां और समस्याएं हैं उनका इस पूरे कालखंड में समाधान हुआ है। उन्होंने कहा आज मिला जनादेश बिहार के भरोसे का जनादेश है।
एक सवाल पर बोलते हुए डा. सतीश पूनिया ने कहा कि अब राहुल गांधी के माथे पर एक और हार लिखी गई है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी धरातल पर नहीं, बल्कि कल्पनाओं में जीते हैं। हिन्दुस्तान की चुनावी राजनीति में जनता के बीच होना होता है, लेकिन राहुल गांधी कहां होते हैं यह पता ही नहीं होता। राहुल गांधी को मौसम वैज्ञानिक की तरह यह पता तो लग ही गया था कि हार पक्की होनी है, इसलिए हार का ठीकरा चुनाव आयोग के सिर फोड़े या फिर वोट चोरी पर फोड़े और वही राहुल गांधी ने किया।
भाजपा प्रदेश प्रभारी ने कहा कि राहुल गांधी के आरोपों में कतई दम नहीं था। मैने बिहार प्रवास के दौरान कहा था कि वोट चोरी के आरोप का प्रतिकार बिहार की जनता बिहार में ही देगी। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने राहुल गांधी के वोट चोरी के मुद्दे पर भरोसा नहीं किया। डा. सतीश पूनिया ने कहा कि बेहतर होता कि राहुल गांधी बेबुनियाद के मसलों की बजाए चुनाव में अच्छे मुद्दों पर फोकस करते तो यह दुर्दशा नहीं होती।
