
दोस्तों, कल के मैदान में जो हुआ
वो सिर्फ मैच नहीं था वो पाकिस्तान की ‘क्लास इन पब्लिक’ थी।
भारत बनाम पाकिस्तान
कल साबित हो गया कि भारत दौरा दौरा का मरता है। India खेलता है, और Pakistani हारने के लिए आता है !
शुरुआत में पाकिस्तान के ओपनर ऐसे चले जैसे दुनिया जीत लेंगे,
लेकिन कुछ ओवर बाद तो हालत ऐसी थी कि
पिच पर बल्लेबाज़ कम, और पर्यटक ज्यादा लग रहे थे!
33 रन में 9 विकेट
देखकर ऐसा लग रहा था कि यहाँ क्रिकेट नहीं कॉमेडी शो का ट्रेलर चल रहा है ?
कुलदीप यादव ने ऐसी फिरकी फेंकी कि
बल्लेबाज़ बल्ला नहीं, गोल घूमता सिर लेकर निकले !
कोई हवा में उड़ा, कोई जमीन में गड़ा,
और पाकिस्तान का स्कोर देखकर लगा
भाई ये तो नेट प्रैक्टिस में भी इससे बेहतर खेलते हैं!
अब बात इंडिया की
तिलक वर्मा, वो नाम जो अब पाकिस्तान के लिए डर का दूसरा नाम बन चुके है।
69 नाबाद रन… शॉट्स ऐसे जैसे पाकिस्तान की बॉलिंग का पोस्टमार्टम हो रहा हो!
हर चौका, हर छक्का
एक नया तमाचा पाकिस्तान की बेहूदा डींगे हांकने वाली क्रिकेट पॉलिसी पर!
और अब आती है वो धमाकेदार सीन
मैच के बाद इंडिया को बुलाया गया ट्रॉफी लेने के लिए,
पर मंच पर खड़ा था पाकिस्तान का गृह मंत्री और PCB अध्यक्ष मोहसिन नक़वी!
भारत ने कहा
हम ट्रॉफी ज़रूर जीतते हैं, पर किसी से झुक कर नहीं लेते!
और फिर… ट्रॉफी वहीं रह गई!
नकवी साहब के हाथ में कप, पर चेहरे पर सन्नाटा।
क्योंकि भारत ने कप नहीं, ‘सम्मान की लड़ाई’ जीत ली थी!
अब सवाल उठते हैं। ,
क्या खेल के नाम पर भारत-विरोधी चेहरों को मंच देना सही है?
क्या ट्रॉफी से बड़ी चीज़ इज़्ज़त और सिद्धांत नहीं होते?
और क्या पाकिस्तान अब सिर्फ मैदान में नहीं, मंच पर भी मात खा चुका है?
सोशल मीडिया पर ट्रेंड #ट्रॉफी रिजेक्टेड #इंडिया रेफुसेड कप #नक़वी बेइजती शो
लोग बोले
ट्रॉफी रह गई उनके पास, पर असली शेर तो इंडिया निकला!
पाकिस्तान की मीडिया चुप,
PCB के ऑफिस में सन्नाटा,
और नक़वी के हाथ में कप
जो अब ‘Beizzati की Trophy’ बन चुकी है!
कल पाकिस्तान के लिए हार नहीं, सबक था!
इंडिया ने बल्ले से धोया, फिर मंच पर सूखा दिया!
ट्रॉफी उन्होंने उठाई — मगर सिर झुकाकर!
और इंडिया? सिर ऊँचा करके चला गया!
और अब लोग कह रहे है याद रखो पाकिस्तान
ट्रॉफी उठाने से पहले, काबिलियत दिखानी पड़ती है!लेकिन वो तो दिखाने के लिए तुम्हारे पास है नहीं।