
19 September 2025/भारत की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है और इसका ताजा सबूत मिला है मर्सिडीज-बेंज हुरुन इंडिया वेल्थ रिपोर्ट 2025 में। इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में करोड़पति परिवारों की संख्या अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।रिपोर्ट बताती है कि वर्तमान समय में भारत में लगभग 8 लाख 71 हजार 700 परिवार ऐसे हैं, जिनकी कुल संपत्ति कम से कम 8.5 करोड़ रुपये यानी 1 मिलियन डॉलर से ज्यादा है। 2021 में इनकी संख्या सिर्फ 4 लाख 58 हजार थी। यानी चार साल में लगभग 200 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है।सबसे रोचक तथ्य यह है कि 2021 से 2025 के बीच हर 30 मिनट में एक भारतीय परिवार करोड़पति बना। इस अवधि में शेयर बाजार का निफ्टी 50 इंडेक्स 70 प्रतिशत तक चढ़ा और सोने की कीमतें भी लगभग दोगुनी हो गईं। इन कारकों ने देश के मिडिल और अपर मिडिल क्लास निवेशकों को तेजी से अमीर बनने का मौका दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, भारतीयों की संपत्ति में इजाफे का सबसे बड़ा कारण शेयर मार्केट, रियल एस्टेट और गोल्ड इन्वेस्टमेंट रहा। इसके अलावा डिजिटलाइजेशन और यूपीआई पेमेंट्स ने भी आर्थिक व्यवहार को आसान बनाया है। साथ ही, विदेशी निवेश के लिए भारतीय परिवारों की पसंद अमेरिका और यूएई जैसी जगहों पर सबसे ज्यादा देखी गई।अगर राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र सबसे आगे है। यहां करीब 1 लाख 78 हजार 600 करोड़पति परिवार रहते हैं। इनमें से सिर्फ मुंबई में ही 1 लाख 42 हजार करोड़पति परिवार शामिल हैं।
यानी देश के सबसे ज्यादा रईस मुंबई में बसते हैं। 2021 की तुलना में महाराष्ट्र में करोड़पति परिवारों की संख्या में 194 प्रतिशत का उछाल आया है।इसके बाद दूसरे नंबर पर है दिल्ली, जहां 68 हजार 200 करोड़पति परिवार रहते हैं। वहीं तीसरे स्थान पर है बेंगलुरु, जहां 31 हजार 600 परिवार करोड़पति श्रेणी में आते हैं। कुल मिलाकर देश के दस प्रमुख राज्यों में ही 79 प्रतिशत करोड़पति बसते हैं
वैश्विक स्तर पर भी भारतीय शहरों ने अपना दबदबा बनाया है। बीते दस सालों में बेंगलुरु में करोड़पति परिवारों की संख्या में 120 प्रतिशत, दिल्ली में 82 प्रतिशत और मुंबई में 69 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर यही रफ्तार जारी रही, तो आने वाले कुछ वर्षों में भारत में करोड़पति परिवारों की संख्या 20 लाख तक पहुंच सकती है। यह आंकड़ा बताता है कि भारत न केवल तेज़ी से विकसित हो रहा है, बल्कि विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में अपनी स्थिति और मजबूत कर रहा है।