
22 सितम्बर 2025भोड़ाकलां (गुरुग्राम),
गुरुग्राम जिले के भोड़ाकलां गांव में छह साल पुराना विवाद एक बार फिर तूल पकड़ गया है। ग्रामीणों ने साफ शब्दों में ऐलान किया है कि वे ज्योति गिरि महाराज को गांव में घुसने नहीं देंगे।ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2019 में हुए विवाद के बाद से ही गांव का माहौल तनावपूर्ण है। उसी विवाद को लेकर अब फिर से गहमागहमी शुरू हो गई है। हालात बिगड़ते देख गांव की पंचायत बुलाई गई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि जब तक पुराना विवाद सुलझ नहीं जाता, ज्योति गिरि महाराज को गांव में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
ग्रामीणों ने प्रशासन को भी इसकी जानकारी दी है और कहा है कि वे शांति बनाए रखना चाहते हैं, लेकिन अपने फैसले पर अडिग रहेंगे। फिलहाल गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है और लोग स्थिति पर प्रशासन की निगरानी की मांग कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि वर्ष 2000 में ज्योति गिरि महाराज पहली बार गांव के हनुमान मंदिर में आए थे।
उन्होंने यहां पर अस्पताल और गोशाला की शुरुआत की थी। लंबे समय तक उनके भंडारों में हजारों साधु-संतों के साथ-साथ बड़े-बड़े राजनेता भी जुटते रहे।
लेकिन वर्ष 2019 में कुछ विवादित वीडियो वायरल होने के बाद हालात बिगड़े और ज्योति गिरि महाराज को गांव छोड़कर जाना पड़ा। तभी से यह विवाद थमा नहीं है और समय-समय पर फिर से तूल पकड़ लेता है।
बताया जाता है कि कुछ दिन पहले ज्योति गिरि महाराज के समर्थकों ने घोषणा की थी कि महाराज 22 सितंबर को गांव में आयोजित भंडारे में शामिल होंगे। इस घोषणा के बाद 19 सितंबर को राधाकृष्ण मंदिर में ग्रामीणों की बैठक हुई, जिसमें 21 सितंबर को बड़ी पंचायत बुलाने का निर्णय लिया गया।
इसी दौरान ग्रामीणों को पंचायत के फैसले की जानकारी दी जा रही थी कि महाराज समर्थकों और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई। इसमें सरपंच मनबीर सिंह चौहान समेत कई लोग घायल हो गए। इसके बाद रविवार को आयोजित पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ज्योति गिरि महाराज को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। पंचायत की अध्यक्षता कर्नल रोशनपाल चौहान ने की।
पंचायत के बाद सरपंच मनबीर सिंह चौहान और अन्य ग्रामीणों ने एसीपी सुखबीर सिंह को शिकायत पत्र सौंपा। एसीपी ने आश्वासन दिया कि महाराज के कार्यक्रम की अनुमति प्रशासन द्वारा नहीं दी गई है। इसके साथ ही ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी साझा की।
मंत्री ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि पुलिस निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई करेगी। पंचायत में पूर्व सरपंच यजविन्द्र शर्मा गोगली, बावनी अध्यक्ष राजेश चौहान, पूर्व जिला पार्षद सुशील सिंह चौहान, भाजपा मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र चौहान, भाजपा नेता महेश सैनी, भाजपा नेता अशोक चौहान, नरेश चौहान, डॉ. श्यामबीर सिंह चौहान, संदीप सैनी और विकास सैनी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।