महिला थाना पश्चिम द्वारा महिला सुरक्षा
गुरुग्राम, 12 दिसंबर, 2024:
माननीय विकास कुमार अरोड़ा, आईपीएस, पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम के निर्देशानुसार, महिला थाना पश्चिम की प्रबंधक महिला निरीक्षक नेहा राठी और उनकी पुलिस टीम ने गुरुग्राम के Goxglove Lifestyle, राम चौक में 12 दिसंबर, 2024 को एक अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को विभिन्न प्रकार के अपराधों से बचाव और निवारण के बारे में जागरूक करना था।
प्रोग्राम के दौरान, पुलिस टीम ने महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों, जैसे महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा, बलात्कार, उत्पीड़न और बच्चों के खिलाफ अपराधों, जैसे बाल शोषण, के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा, साइबर अपराधों की पहचान, उनके निवारण के उपायों और अपराध घटित होने पर क्या कदम उठाए जाएं, इसके बारे में भी बताया।

इस अवेयरनेस प्रोग्राम में विशेष रूप से पोक्सो एक्ट (POCSO Act), बाल किशोर अधिनियम और अन्य कानूनों के तहत अपराधों से संबंधित सजा के प्रावधानों के बारे में जानकारी दी गई। पुलिस टीम ने बताया कि इन विशेष अधिनियमों के तहत अपराधों की गंभीरता और उनसे जुड़े कानूनी परिणामों को समझना जरूरी है।
इसके अलावा, पुलिस टीम ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी स्टाफ और बच्चों को डायल-112 सेवा के बारे में जानकारी दी और बताया कि इस सेवा के जरिए वे कभी भी आपातकालीन स्थिति में पुलिस सहायता प्राप्त कर सकते हैं। पुलिस टीम ने विशेष रूप से दुर्गा शक्ति और डायल-112 ऐप्स के बारे में भी जानकारी दी और उपस्थित लोगों से अनुरोध किया कि वे इन ऐप्स को अपने मोबाइल फोन में इंस्टॉल करें और इनका उपयोग करें।
पुलिस ने कार्यक्रम में महिलाओं और बच्चों को साइबर अपराधों से बचाव के उपायों और उनकी पहचान के बारे में भी विस्तार से बताया। साइबर अपराध जैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी, उत्पीड़न, पहचान की चोरी, और सोशल मीडिया पर अपराधों की पहचान और उनसे बचाव के तरीके भी साझा किए गए।
यातायात नियमों का पालन करने के बारे में भी जागरूकता दी गई, ताकि महिलाएं और बच्चे सुरक्षित रह सकें और दुर्घटनाओं से बच सकें। साथ ही, पुलिस टीम ने उपस्थित सभी लोगों को पुलिस सहायता प्राप्त करने के अन्य तरीके और अपराधों के बारे में पुलिस को सूचना देने के महत्व को भी समझाया।
कार्यक्रम के अंत में, उपस्थित सभी लोगों ने पुलिस टीम का धन्यवाद किया और इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों को भविष्य में और अधिक आयोजित करने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रम महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित महसूस कराने में मददगार साबित होते हैं और पुलिस का सहयोग प्राप्त करने के लिए उन्हें और अधिक जागरूक किया जाता है।
यह जागरूकता कार्यक्रम महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए एक अहम कदम साबित हुआ, और पुलिस द्वारा किए गए इस प्रयास को व्यापक रूप से सराहा गया
