- मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद चिकित्सा अधिकारी ने किया था युवक के घर का दौरा
- इलाज के लिए कैंसर पीड़ित युवक से लगातार संपर्क में थे चिकित्सा अधिकारी
- पहले सामान्य थी युवक की स्थिति, 29 मई को कंधे में दर्द के चलते ले जाया गया था अस्पताल
चंडीगढ़: महेंद्रगढ़ के गांव सिहमा में कैंसर से पीड़ित युवक प्रवीण पुत्र शिव कुमार के ईलाज के संबंध में जनसंवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशों के बाद संबंधित चिकित्सा अधिकारी को आदेश जारी किए गए थे। आदेशों में साफ कहा गया था कि चिकित्सा अधिकारी मरीज के घर का दौरा करे तथा ऐम्स कैंसर अस्पताल, बाढ़सा, झज्जर के लिए निर्धारित तिथि लेते हुए मरीज को ले जाना सुनिश्चित करे।
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि इन आदेशों के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अटेली के प्रवर चिकित्सा अधिकारी ने 25 मई को ही अस्पताल के डॉ. कृष्ण की ड्यूटी लगाई थी जिसके बाद उन्होंने मरीज के घर का दौरा किया और बीमारी से संबंधित ब्यौरा लिया। वहीं मरीज को जल्द से जल्द कैंसर अस्पताल बाडसा ले जाने का आश्वासन भी दिया। इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अटेली के प्रवर चिकित्सा अधिकारी ने दिनांक 26.05.2023 को पत्र भेजकर चिकित्सा अधिकारी प्रभारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिहमा को निर्देश जारी किए कि वे स्वयं मरीज को जल्द से जल्द ऐम्स कैंसर अस्पताल बाढ़सा झज्जर लेकर जाना सुनिश्चित करे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अटेली के प्रवर चिकित्सा अधिकारी ने फिर से दिनांक 29.05.2023 को चिकित्सा अधिकारी/प्रभारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिहमा को आदेश दिए कि ऐम्स कैंसर अस्पताल, बाढ़सा, झज्जर स्वयं मरीज के साथ जाकर आ रही परेशानी का समाधान करवाए ताकि सिविल सर्जन नारनौल को स्थिति से अवगत करवाया जा सके। इसके बाद सिहमा के चिकित्सा अधिकारी ने मरीज से दूरभाष पर कई बार बात की तथा एमपीएचडब्ल्यू (मेल) सुदेश व एमपीएचडब्ल्यू (फीमेल) सुमीन को मरीज के घर दौरे पर भेजा गया। इस दौरान मरीज ने टीम को अपनी स्थिति सामान्य बताई थी।
29 मई की शाम को करीब 3 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिहमा के डॉ. कृष्ण को मरीज ने फोन कर बताया कि उसे बाएं कंधे में दर्द है तथा एम्बुलेंस की आवश्यकता है, ताकि वह नारनौल नागरिक अस्पताल में दिखा सके। मरीज सांय 4:25 बजे पर नागरिक अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचा और यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे सरकारी एंबुलेंस एचआर 55 एजे 5316 से पीजीएआई रोहतक ले जाया गया, जहां मरीज का निधन हो गया। स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि मरीज के इलाज की पूरी कोशिश की गई लेकिन बीमारी ज्यादा गंभीर होने की वजह से दुर्भागयवश उसे बचाया नहीं जा सका।