
यह भी एक अशुभ योग है, इस अवधि में कोई नई साझेदारी न करें आज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थिति आप ही कर्मों का फल देने वाले हैं
आज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थिति
आप ही कर्मों का फल देने वाले हैं
नमोऽस्तु नानाभुवनाधिकार्त्रे नमोऽस्तु भक्ताभिमतप्रदात्रे।
नमोऽस्तु कर्मप्रसवाय धात्रे नम: सदा ते भगवन् सुकर्त्रे।।
अर्थात-: नाना भुवनों पर अधिकार रखने वाले आपको नमस्कार है। भक्तों को मनोवांछित फल प्रदान करने वाले आपको नमस्कार है। भगवन्! आप ही कर्मों का फल देने वाले हैं, आपको नमस्कार है। आप ही सबका धारण-पोषण करनेवाले धाता तथा उत्तम कर्ता हैं, आपको सर्वदा नमस्कार है।।
जय जय श्री राधे
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थिति II
श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
सब सुखी व स्वस्थ रहें
विक्रम संवत 2082
संवत्सर नाम -: सिद्धार्थी
संवत्सर राजा-: सूर्य
संवत्सर मंत्री-: सूर्य
सूर्य दक्षिणायण, ऋतु-: शरद
सूर्य उदय : प्रातः 6/03
सूर्य अस्त : सायं 6/38
भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 1/9/2025
दिन-: सोमवार
चंद्रमा-: वृश्चिक राशि में सायं 7/56 तक उसके बाद धनु राशि में
राशि स्वामी-: मंगल
आज का नक्षत्र -: ज्येष्ठा सायं 7/56 तक उसके बाद मूल
नक्षत्र स्वामी – : बुद्ध/केतु
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश-:
प्रात:6/41 से ज्येष्ठा नक्षत्र चरण 3 में
दोपहर 1/18 से ज्येष्ठा नक्षत्र चरण 4 में
सायं 7/55 से मूल नक्षत्र चरण 1 में
रात्रि 2/24 से मूल नक्षत्र चरण 2 में
योग-: सायं 4/32 बजे तक विषकुम्भ -: यह भी एक अशुभ योग है, इस अवधि में कोई नई साझेदारी न करें
सायं 4/36 से प्रीति योग-: ये एक शुभ योग है
आज के मुख्य पर्व/भद्रा/पंचक/गन्डमूल आदि
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– : गन्डमूल, श्री भागवत सप्ताह प्रारंभ, श्री चंद्र नवमी(0 उदासीन संप्रदाय)
♻️आज की शुभ दिशा -: पश्चिम,दक्षिण, उत्तर- पश्चिम
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♻️ दिशा शूल -: पूर्व दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर दर्पण देखकर और दूध पीकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
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सूर्य -: सिंह राशि (राशि स्वामी सूर्य) पूर्वा फाल्गुनी चरण 1 में नक्षत्र चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी शुक्र)
मंगल -: कन्या राशि (राशि स्वामी बुद्ध) हस्त नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी चंद्र)
बुद्ध -: सिंह राशि (राशि स्वामी सूर्य)मघा नक्षत्र चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी केतु) प्रात: 11/51 से मघा 2 में
गुरु -: मिथुन राशि (राशि स्वामी बुद्ध) पुनर्वसु नक्षत्र चरण 2 में ( नक्षत्र स्वामी गुरु)
शुक्र -: कर्क राशि (राशि स्वामी चंद्र)पुष्य नक्षत्र चरण 3 में ( नक्षत्र स्वामी शनि) प्रात: 5/19 से चरण 4 में
शनि(वक्री) -: मीन राशि (राशि स्वामी गुरु)उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में(नक्षत्र स्वामी शनि)
राहु-: कुंभ (राशि राशि स्वामी शनि)पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
केतु-: सिंह राशि( राशि स्वामी सूर्य) पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शुक्र)
राहु काल -: प्रात: 7/30 से 9/00 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
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प्रात-: 7/14 तक सिंह
9/30 तक कन्या
दोपहर 11/48 तक तुला
2/07 तक वृश्चिक
सायं 4/11 तक धनु
5/54 तक मकर
सायं 7/22 तक कुम्भ
रात्रि 8/46 तक मीन
10/22 तक मेष
12/17 तक वृष