नई दिल्ली। भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में करीब 49 नामो पर चर्चा हुई और उन सभी 49 नाम वाले उम्मीदवारों की टिकट लगभग पक्की मानी जा रही है। केंद्रीय चुनाव समिति ने राजस्थान परदेसी से नाम पर सुझाव मांगे थे और गहन मंथन के बाद 49 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों पर सहमति बन गई है।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि 7 दिन बाद केंद्रीय चुनाव समिति की अगली बैठक में 49 नामों को मोहर लग जाएगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 25 सितंबर को जयपुर में परिवर्तन यात्रा समापन रैली के बाद पहली सूची जारी कर दी जाएगी। राजनीतिक पंडितों का यह भी कहना है सबसे पहले पार्टी लगातार तीन चुनाव से हारी हुई सीटों के उम्मीदवारों की सूची जारी करेगी विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार कमजोर सीटों पर प्रत्याशी को पूरे क्षेत्र में चुनाव प्रचार का अधिक मौका मिल सकेगा।
राजस्थान की 200 सीटों को चार वर्गों में बांटने की तैयारी की जा रही है प्रदेश यूनिट और शीर्ष नेतृत्व के बीच फिलहाल यह और दी वर्ग की सीटों के नाम पर भी चर्चा होनी है 2008 से लगातार तीन बार जिन सीटों पर पार्टी जीती है उन्हें ए वर्ग में रखा गया है और वही लगातार तीन बार जिन सीटों पर हार हुई है वह दी वर्ग में शामिल होंगे बी और सी वर्ग में वह सीट है जिन पर कभी हार तो कभी जीत होती रही है सूत्रों की मांने तो 2008 मजबूत सीटों पर अधिकतर उम्मीदवारों को दोबारा चुनाव लड़ने का चांस मिल सकता है।
वैसे तो राजस्थान में कभी हार तो कभी जीत वाली स्थिति रहती है और जाती है क्षेत्रीय से लेकर हर तरह के समीकरण को देखते हुए या बड़े सूझबूझ से उम्मीदवार तय करने की परंपरा रही है। और चुनौतियां भी सामने आती रही है भाजपा सीटों के उम्मीदवारों की लिस्ट चुनाव घोषणा के बाद ही जारी करने के मूड में बताई जा रही है।