कई बार सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षा जता चुके हैं
इस रणनीति को एक बड़ी राजनीतिक चाल के रूप में देखा जा रहा है
नई दिल्ली, 13 सितंबर 2024 – हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा के टिकट वितरण ने राजनीतिक हलचल को और भी बढ़ा दिया है। मोदी सरकार में राज्य मंत्री और दक्षिण हरियाणा के दिग्गज नेता राव इंद्रजीत सिंह ने इस बार अपने 8 प्रमुख समर्थकों को टिकट दिलाने में सफलता हासिल की है। इसे लेकर अटकलें तेज हैं कि क्या राव इंद्रजीत सिंह मुख्यमंत्री पद की दावेदारी ठोकने की तैयारी कर रहे हैं?

क्या मुख्यमंत्री पद का है इरादा?
राव इंद्रजीत सिंह, जो लंबे समय से दक्षिण हरियाणा के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक माने जाते हैं, कई बार सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षा जता चुके हैं। उनका यह मानना रहा है कि हरियाणा की राजनीति में दक्षिणी हरियाणा की भूमिका निर्णायक होती है, और अब उनके समर्थकों को टिकट मिलने के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या वे इस बार मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने की रणनीति बना रहे हैं?
टिकट वितरण में राव का दबदबा

भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा घोषित टिकटों की सूची में राव इंद्रजीत सिंह के समर्थकों को जगह मिलना यह दर्शाता है कि दक्षिणी हरियाणा में उनका प्रभाव कायम है। यह भी कहा जा रहा है कि राव ने इस बार अपने समर्थकों को टिकट दिलाने के जरिए दक्षिणी हरियाणा में भाजपा पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। इस कदम को उनके राजनीतिक भविष्य के लिहाज से एक महत्वपूर्ण रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
राव के समर्थकों का संघर्ष
दक्षिण हरियाणा के राव समर्थक लंबे समय से उन्हें मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं। पिछले 25 वर्षों से उनका यह सपना अधूरा रहा है, लेकिन अब विधानसभा चुनाव 2024 में राव इंद्रजीत सिंह ने अपने समर्थकों के जरिए इस सपने को साकार करने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। उनके 8 प्रमुख समर्थकों को टिकट मिलना इस बात का संकेत है कि वे इस बार बड़ी राजनीतिक योजना के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
भाजपा नेतृत्व की नजर

हालांकि, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इस पूरी स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है। पार्टी के भीतर टिकट वितरण को लेकर कुछ असंतोष भी है, खासकर दक्षिणी हरियाणा में। राव इंद्रजीत सिंह के मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व कोई स्पष्ट संकेत नहीं दे रहा है, लेकिन राव का यह कदम पार्टी के भीतर चर्चाओं को जन्म दे चुका है।
राव इंद्रजीत सिंह की रणनीति
राव इंद्रजीत सिंह की इस रणनीति को एक बड़ी राजनीतिक चाल के रूप में देखा जा रहा है। उनका लक्ष्य न केवल दक्षिण हरियाणा में अपना प्रभाव बनाए रखना है, बल्कि राज्य के सबसे ऊंचे पद पर काबिज होना भी है। वे जानते हैं कि उनके समर्थकों की जीत से उन्हें पार्टी में एक मजबूत स्थिति मिलेगी, जिससे वे मुख्यमंत्री पद के लिए दावा कर सकते हैं।
क्या वे अपने समर्थकों की जीत के बल पर मुख्यमंत्री पद की ओर कदम बढ़ा पाएंगे।
राव इंद्रजीत सिंह का राजनीतिक खेल हरियाणा चुनाव 2024 में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। अपने समर्थकों को टिकट दिलवाकर उन्होंने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि वे बड़े राजनीतिक दांव खेलने के लिए तैयार हैं। हालांकि, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उनकी इस योजना पर क्या रुख अपनाता है, यह देखना दिलचस्प होगा। लेकिन इतना तय है कि राव इंद्रजीत सिंह की रणनीति ने हरियाणा की राजनीति में एक नई चर्चा को जन्म दे दिया है।
अब यह देखना बाकी है कि चुनाव परिणाम राव इंद्रजीत सिंह के लिए क्या संदेश लाते हैं, और क्या वे अपने समर्थकों की जीत के बल पर मुख्यमंत्री पद की ओर कदम बढ़ा पाएंगे।
