रोहतक, 20 जूनः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एकबार फिर एलिवेटेड रेलवे लाइन की वजह से जनता को हो रही दिक्कतों का मुद्दा उठाया है। उनका कहना है कि मौजूदा सरकार ने एक व्यवस्थित शहर को अव्यवस्थित करने का काम किया। शहर के बीचो-बीच से निकाले गए पुल के लिए जिन लोगों की दुकान और मकान की जगह अधिग्रहित की गई, उन्हें ना उचित मुआवजा दिया गया और ना ही उनके पुनर्स्थापन की उचित व्यवस्था की गई। स्थिति यह है कि पूरे इलाके में साफ-सफाई तक नहीं की गई। बदहाली और बदबू की वजह से लोगों का जीना मुहाल हो गया है।
हुड्डा ने बताया कि सरकार ने लोगों को जो मुआवजा दिया है उसमें भी भेदभाव किया गया। कुछ लोगों को कम तो कुछ लोगों को ज्यादा रकम दी गई। इतना ही नहीं दूसरी जगह पर विस्थापन की जो व्यवस्था की गई, वहां दुकानदारों से डबल रेट लिया जा रहा है, जबकि यह पहले के बराबर होना चाहिए। लोगों को पुल के साथ रोड बनाने के लिए फिर से अधिग्रहण के नोटिस भेजे जा रहे हैं। इसकी वजह से लोगों में बेहद रोष है। कांग्रेस सरकार बनने पर मुआवजे की नीति को रिव्यू किया जाएगा लोगों को उचित मुआवजा देने के साथ उनके उचित पुनर्स्थापन की व्यवस्था की जाएगी।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वह बाकायदा मौके पर जाकर लोगों से मिले हैं। उन्होंने अपनी परेशानी उनके साथ सांझा की है। इसलिए वह पुरजोर तरीके से सरकार से एलिवेटेड पुल की वजह से प्रभावित लोगों की मांगे मानने की अपील करते हैं।