
गीता मनीषी स्वामी ज्ञाननंद जी महाराज ने कहा कि विश्व शांति, अहिंसा और अंतरधार्मिक सद्भाव के लिए अथक प्रयास करने होंगे |
विश्व शांति व मानव कल्याण के लिये परमाणु शस्त्रो, युद्ध व हिंसा से मुक्ति आवश्यक – आचार्य लोकेश
आचार्य लोकेशजी के विश्व शांति व सद्भावना के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान– डॉ अग्रवाल
‘परमाणु निरस्त्रीकरण और शांतिपूर्ण विश्व के लिए अंतर्राष्ट्रीय मार्च’ एक सराहनीय प्रयास – स्वामी ज्ञानानन्द जी
विश्व शांति और सद्भाव की स्थापना एक सामूहिक ज़िम्मेदारी – राजराजेश्वर गुरुजी
लंदन/ नई दिल्ली, 10 अगस्त 2025: विश्व शांति दूत आचार्य लोकेशजी को लंदन में आयोजित “परमाणु निरस्त्रीकरण और शांतिपूर्ण विश्व के लिए अंतर्राष्ट्रीय मार्च” के दौरान प्रतिष्ठित “अंतर्राष्ट्रीय शांति पुरस्कार” से अंतर्राष्ट्रीय न्यायविद परिषद सम्मनित किया गया । लंदन के हाइड पार्क में आयोजित कार्यक्रम में नोबेल पुरस्कार विजेता आध्यात्मिक गुरु परम पूज्य दलाई लामा जी एवम मलाला यौसफ्जई को भी सम्मानित किया गया । इस अवसर गीता मनीषी स्वामी ज्ञाननंद जी महाराज, सनातन भूषण पूज्य राजराजेश्वर गुरुजी, आईसीजे के अध्यक्ष डॉ आदीश अग्रवाल, महावीर फ़ाउंडेशन के अध्यक्ष यूके के अध्यक्ष श्री नीरज सुतरिया उपाध्यक्ष श्री मुकेश कपासी सहित अनेक प्रख्यात लोग शामिल रहे |
अहिंसा विश्व भारती एवम विश्व शंति केंद्र के संस्थापक जैन आचार्य लोकेशजी ने इस अवसर पर कहा कि एक संत सम्मान व तिरस्कार से परे होता है तथापि इस सम्मान से ज़िम्मेदारी और बढ़ गई है| आचार्यश्री लोकेश जी ने कहा कि विश्व जनमानस के कल्याण व शांति के लिये परमाणु हथियारो, युद्ध व हिंसा से दूर रहना जरूरी है । सभी देशो के राष्ट्राध्यक्षों, आध्यत्मिक गुरुओ और समाज सेवको को एकजूट होकर विश्व शांति के लिये प्रयास करने होंगे। भारत के गुरुग्राम में नवनिर्मित विश्व शांति केंद्र इन्ही उद्देश्यों को पूर्ण करने के लिए प्रयासरत है |
आईसीजे के अध्यक्ष डॉ आदीश अग्रवाल ने कहा कि विश्व शांतिदूत आचार्य डॉ. लोकेश मुनिजी को संवाद, आध्यात्मिक नेतृत्व और मानवीय सेवा के माध्यम से वैश्विक शांति, अंतरधार्मिक सद्भाव और अहिंसा, समुदायों के बीच आपसी समझ को बढ़ावा देने, करुणा, सहिष्णुता और सार्वभौमिक भाईचारे पर आधारित एक शांतिपूर्ण विश्व को प्रेरित करने के क्षेत्र में असाधारण योगदान को मान्यता देते हुए “अंतर्राष्ट्रीय शांति पुरस्कार” के सम्मानित कर हम गौरान्वित महसूस कर रहे हैं |
गीता मनीषी स्वामी ज्ञाननंद जी महाराज ने कहा कि विश्व शांति, अहिंसा और अंतरधार्मिक सद्भाव के लिए अथक प्रयास करने होंगे | युद्ध, हिंसा व परमाणु खतरे से जुझ रहे विश्व जनमानस को शांति व सद्भावना का संदेश व शांति इस मंच के माध्यम से दिया जा रहा यह सराहनीय है |
सनातन भूषण पूज्य राजराजेश्वर गुरुजी ने कहा कि विश्व शांति एवं सद्भाव की स्थापना एक सामूहिक जिम्मेदारी है जिसमें शिक्षा, समझ, गरीबी उन्मूलन, मानवाधिकारों की रक्षा, शांतिपूर्ण संघर्ष समाधान और मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग शामिल हैं।
महावीर फ़ाउंडेशन के अध्यक्ष यूके के अध्यक्ष श्री नीरज सुतरिया एवं उपाध्यक्ष श्री मुकेश कपासी ने कहा कि व्यक्तिगत स्तर पर, सहनशीलता, करुणा, अहिंसा और क्षमा जैसे गुणों का अभ्यास करना महत्वपूर्ण है। उन्होने कहा कि विश्व को हिंसा व तनाव से मुक्त कर खूबसूरत बनाने के लिए एकजुट होकर प्रयास करना होगा |
उल्लेखनीय है कि नागासाकी पर परमाणु बमबारी की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर लंदन के हाइड पार्क में आयोजित शक्तिशाली और शांतिपूर्ण प्रदर्शनका उद्देश्य परमाणु हथियारों से होने वाले विनाशकरी परिणामों विरोध कराना है । कार्यक्रम में सांसद, व्यापारिक नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, न्यायाधीश, वकील, बैरिस्टर, टेक्नोक्रेट, वैज्ञानिक, शिक्षक, छात्र, सैनिक और अन्य लोगो ने भाग लेकर इस मुद्दे का समर्थन किया ।