- 2.5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की चोरी की संपत्ति, 58 अवैध हथियार और 112 कारतूस भी हुए बरामद
चंडीगढ़– हरियाणा पुलिस ने स्नैचिंग, लूट, डकैती, जबरन वसूली और फिरौती के लिए अपहरण में शामिल हिंसक संपत्ति अपराधियों को निशाना बनाने के एक माह चले अभियान को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस गहन ऑपरेशन, जो 1 मई को शुरू हुआ और 31 मई को समाप्त हुआ, का उद्देश्य ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाते हुए प्रदेश में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
पुलिस मुख्यालय स्तर पर निगरानी में, हरियाणा पुलिस ने हिंसक संपत्ति अपराधों से निपटने के लिए एक अच्छी तरह से समन्वित और व्यापक रणनीति को अंजाम दिया। यह अभियान इन अपराधियों के खिलाफ कानून प्रवर्तन कर्मियों, खुफिया एजेंसियों और स्थानीय समुदायों के समर्पित प्रयासों को एक साथ लाया।
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा पुलिस ने अप्रैल माह में ‘‘ऑपरेशन स्माइल‘‘ लॉन्च किया था, जिसका उद्देश्य खोए हुए बच्चों और अन्य को परिजनों से मिलवाते हुए उनकी चेहरे पर फिर से मुस्कान लौटाना था। इसके बाद, मई में, पुलिस ने विशेष रूप से हिंसक संपत्ति अपराधियों को लक्षित करते हुए एक अभियान शुरू किया।
अंतर-राज्यीय मादक पदार्थों की तस्करी के बढ़ते खतरे के खिलाफ अपने प्रयासों को और मजबूत करने के लिए हरियाणा पुलिस जून में एक महीने का विशेष अभियान शुरू कर रही है। इस अभियान का उद्देश्य राज्य की सीमाओं पर फैले नशीले पदार्थों की तस्करी गतिविधियों से उत्पन्न बढ़ते खतरे पर अंकुश लगाना है। पुलिस इस अभियान की सफलता के साथ नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न रणनीतियों और संसाधनों का उपयोग करेगी।
अभियान के दौरान, स्नैचिंग, लूट, डकैती और फिरौती के लिए अपहरण और जबरन वसूली के 4573 पूर्व अपराधियों की जाँच की गई। उनमें से 230 जो आदतन अपराधी पाए गए थे, उन्हें हिस्ट्रीशीट किया गया। अभियान के दौरान, 597 नए हिंसक संपत्ति अपराधियों को पकड़ा गया, जिससे राज्य में सक्रिय कई कुख्यात आपराधिक नेटवर्क खत्म हुए। इसके अलावा जघन्य अपराध के 66 पीओ और बेल जम्पर्स भी गिरफ्तार किए गए। पुलिस ने 2.5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की चोरी की संपत्ति, 58 अवैध हथियार और 112 कारतूस भी बरामद किए। इस दौरान हिंसक संपत्ति अपराधियों से संबंधित 30 लाख रुपये से अधिक की अपराध आय भी अटैच की गई। इस अभियान की अन्य उल्लेखनीय उपलब्धि चोरी की संपत्ति के 23 प्राप्तकर्ताओं की गिरफ्तारी और उनसे 20.6 लाख रुपये की रिकवरी है।