
7 september 2025 /हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) की कुरुक्षेत्र स्थित 40 करोड़ से अधिक की जमीन को फर्जी पत्र जारी कर रिलीज करने की कोशिश के मामले में भूमि अर्जन कार्यालय पंचकूला के तत्कालीन नायब तहसीलदार शिवराज सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं।जांच में सामने आया है कि शिवराज ने बिना पटवारी परीक्षा पास किए ही 1995 में अनुबंध आधार पर नौकरी हासिल की और फिर अधिकारियों की मिलीभगत से पदोन्नति पाते हुए नायब तहसीलदार तक पहुंच गया। आरोप है कि योग्यता पूरी न होने के बावजूद पिछले 30 साल से अधिक समय तक वह भूमि अर्जन विभाग में पटवारी से लेकर नायब तहसीलदार की कुर्सी तक बैठा रहा।
अब मामले की गहन जांच में आरोप सही पाए जाने पर एसीबी पंचकूला के इंस्पेक्टर श्यामलाल की शिकायत पर धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।फिलहाल आरोपी शिवराज सिंह रोहतक स्थित भूमि अर्जन कार्यालय में बतौर नायब तहसीलदार सेवाएं दे रहा है, लेकिन केस दर्ज होने के बाद उनके करियर और कानूनी भविष्य पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।