हरियाणा भवन में अधिकारियों की लापरवाही
नई दिल्ली, 12 दिसंबर 2024:
हरियाणा सरकार में होम सेक्रेटरी समेत कई अधिकारियों को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की बैठक में पैदल चलने की स्थिति का सामना करना पड़ा, जबकि कुछ अधिकारी बैठक में देर से पहुंचे। इस लापरवाही के कारण केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक के बाद इन अधिकारियों को फटकार लगाई, जिससे अधिकारियों में बेचैनी फैल गई।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, मुख्य सचिव विवेक जोशी, गृह विभाग की होम सेक्रेटरी सुमित मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुलर, डीजीपी शत्रुजीत कपूर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया था।
बैठक के दौरान हुई लापरवाही
जब बैठक के लिए अधिकारी चंडीगढ़ से दिल्ली रवाना हुए, तो हरियाणा भवन दिल्ली में तैनात अधिकारियों ने आवश्यक तैयारियों में लापरवाही की। अधिकारी जल्दबाजी में सांसद भवन पहुंचे और मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल अधिकारी की गाड़ी का नंबर संसद भवन के स्टाफ को ठीक से नहीं दिया। इसके कारण, हरियाणा गृह विभाग की होम सेक्रेटरी को संसद भवन के गेट पर रोक लिया गया और उन्हें बैठक में पैदल जाना पड़ा।
इसी प्रकार, कुछ महिला अधिकारी भी बैठक में समय से नहीं पहुंच पाई, जिससे अधिकारियों में और अधिक असंतोष पैदा हुआ। हरियाणा के मुख्य सचिव विवेक जोशी ने बैठक में देरी से पहुंचने वाले अधिकारियों से नाराजगी जताई और उन अधिकारियों को फटकार लगाई जिन्होंने दिल्ली के हरियाणा भवन में सही व्यवस्था नहीं की।
मुख्य सचिव की नाराजगी और कार्रवाई
मुख्य सचिव विवेक जोशी ने स्पष्ट रूप से कहा कि हरियाणा भवन के रेजिडेंस कमिश्नर डी सुरेश जानकारी मांगी गई , क्योंकि यह जिम्मेदारी उनकी थी और उनके अधीनस्थों की लापरवाही के कारण इस प्रकार की घटना घटी। हरियाणा भवन के स्टाफ की लापरवाही के कारण प्रदेश के बड़े अधिकारियों को केंद्रीय गृह मंत्री की बैठक में प्रवेश में समस्याओं का सामना करना पड़ा।
इस घटना के बाद, मुख्य सचिव ने कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। सूत्रों के अनुसार, इस मामले में सावित्री देवी (उपनिदेशक, हरियाणा भवन), (मुख्यमंत्री के फोटो कॉल अधिकारी श्यामल को नोटिस जारी) (मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल अधिकारी कुलदीप सिंह) को निलंबित किया गया।
मुख्य सचिव ने यह स्पष्ट किया कि लापरवाही के लिए किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली या सिफारिशी क्यों न हो।
हरियाणा भवन के स्टाफ की लापरवाही
यह पहला मामला नहीं है, जब हरियाणा भवन दिल्ली के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई हो। इससे पहले भी कई बार अधिकारियों की लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन इसके बावजूद इस प्रकार की घटनाओं में कोई खास सुधार नहीं हुआ। हालांकि, अब हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के पदभार संभालने के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही में और वृद्धि हुई है।
अब देखना यह होगा कि क्या इस बार इन अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होती है या फिर उनकी सिफारिश काम आती है।
