- सत्ताधारी पार्टी के विधायक और मुख्यमंत्री के सचिव विधानसभा में होंगे आमने-सामने
चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा के चुनाव का समय अभी दूर है लेकिन सरकार में राजनीतिक पदों पर बैठे एवं मुख्यमंत्री के ओएसडी सहित निजी सचिव भी विधानसभा चुनाव के लिए जोड़-तोड़ में जुट गए और जनता में टिकट मिलने से पहले ही जीत का दावा कर रहे हैं लेकिन टिकट मिलेगी या नहीं यह तो समय बताएगा मगर मुख्यमंत्री के पॉलिटिकल पदों पर बैठे भाजपा के कार्यकर्ता सत्ताधारी विधायकों के क्षेत्र में अभी से ही जनता में टिकट और जीत का दावा करने लगे हैं जिसके चलते सत्ताधारी पार्टी के विधायकों में मुख्यमंत्री के निजी सचिव एवं ओएसडी को लेकर अभी से नाराजगी बढ़ती जा रही है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री के पावरफुल ओएसडी जवाहर यादव गुरुग्राम के बादशाहपुर विधानसभा से चुनाव लड़ने की तैयारी में वही मुख्यमंत्री के निजी सचिव अभिमन्यु यादव रेवाड़ी जिले के कोसली विधानसभा चुनाव की तैयारी में बताए जा रहे हैं इतना ही नहीं मुख्यमंत्री के दूसरे निजी सचिव नवीन कौशिक भी भिवानी से विधानसभा के टिकट मांग रहे हैं और यह सभी पॉलिटिकल पदों पर सरकार में विराजमान अधिकारी टिकट के साथ-साथ जीत का भी दावा कर रहे हैं लेकिन सर्वे के अनुसार हरियाणा प्रदेश में अबकी बार भारतीय जनता पार्टी की हालत नाजुक बताई जा रही है।
मुख्यमंत्री के बाद अब केंद्रीय नेता एवं हरियाणा के सांसद जनता की नब्ज टटोलेंगे
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जनसंवाद के माध्यम से दक्षिणी हरियाणा साउथ हरियाणा के अलावा प्रदेश के कई जिलों में जनता की नब्ज टटोलने पहुंचे लेकिन उनके जनसंवाद कार्यक्रम कई स्थानों पर मुख्यमंत्री को विरोध का सामना करना पड़ा सिरसा में मंच पर मुख्यमंत्री के समक्ष सरपंच ने अपना दुपट्टा उनके पैरों में डाल दिया पलवल जिले के कई गांव में भीड़ नहीं जुट पाई भिवानी में मुख्यमंत्री को कमरे में बंद लोगों की शिकायत सुनी पड़ी जिसके चलते मुख्यमंत्री जिस मकसद से हरियाणा प्रदेश में जनता के बीच जाकर उनकी नब्ज टटोलने का प्रयास कर रहे थे वह नहीं हो पाया एक बार फिर केंद्रीय नेतृत्व ने फैसला लिया कि हरियाणा के सांसद केंद्र में मंत्री प्रभारी लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश की जनता की नब्ज जन सभाओं के माध्यम से टटोलने का काम करें।
सक्रिय कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी आ सकती है नेताओं के सामने
भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता पिछले 9 वर्षों से अपनी सरकार से दुखी है कुछ बोलने वाले नेताओं को भाजपा से निष्कासित किया हुआ है तो कुछ कार्यकर्ता समय का इंतजार कर रहे हैं जानकारी के अनुसार भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता अपने परिवार में अपने चाहतों के कार्य भी नहीं करा सके जिसके चलते सरकार के प्रति उनकी नाराजगी बनी हुई।
प्रशासनिक अधिकारियों की सांसद से लेकर विधायक भी कर चुके हैं नहीं सुनने की शिकायतें
पिछले 9 वर्षों से सत्ताधारी पार्टी के सांसद एवं विधायक मंत्री अपनी सरकार में अधिकारियों द्वारा उनके फोन नहीं उठाना उनकी बात नहीं सुनना की शिकायत हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक कर चुके लेकिन चुनाव का 1 वर्ष बाकी रह गया है और अभी भी कुछ विधायक अधिकारियों कि शिकायतें करते आ रहे हैं। कई विधायकों ने तो मुख्यमंत्री की बैठक में यहां तक कह दिया कि हरियाणा में भ्रष्टाचार बढ़ा है जबकि सरकार का नारा था भ्रष्टाचार मुक्त हरियाणा बनाना था। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज का कहना है की सरकार तीसरी बार आना असंभव लगता है क्योंकि कार्यकर्ताओं की कदर नहीं की गई कार्यकर्ताओं के निजी कार्य भी नहीं हो पाए जनता में सरकार के प्रति नाराजगी है।