पुलिस महानिदेशक ने कहा, हरियाणा सरकार ने अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग को बनाया मजबूत
- पुलिस के मनोबल को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री, गृह मंत्री व पुलिस महानिदेशक पदक देने की भी की गई शुरुआत
- पुलिस महानिदेशक ने कहा, व्यवसाय न होकर एक सेवा है पुलिस की नौकरी
गुरुग्राम,8 सितंबर। हरियाणा पुलिस के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि अपने नागरिकों के जान व माल की सुरक्षा करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी होती हैं जिसको निभाने में पुलिस विभाग का बहुत बड़ा योगदान होता है। हरियाणा सरकार ने वर्ष 2015 से 2022 तक प्रदेश में पुलिस बल को मजबूत करते हुए 21437 महिला एवं पुरुष पुलिस कर्मियों की भर्ती की है। उन्होंने यह बात गुरुग्राम के पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, भौंडसी में प्रथम वाहिनी, दुर्गा शक्ति हरियाणा सशस्त्र पुलिस बल की महिला प्रशिक्षुओं के दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए कही।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पुलिस की नौकरी व्यवसाय न होकर एक सेवा है और सभी महिला प्रशिक्षुओं के अभिभावकों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं जिन्होने अपनी बेटियों को पुलिस सेवा के लिये प्रेरित किया। सभी महिला प्रशिक्षु भी विशेष स्नेह व बधाई की पात्र है जिन्होंने अत्यन्त चुनौतीपूर्ण पुलिस सेवा को अपना जीवन यापन जनसेवा का जरिया बनाया है और कड़ी मेहनत व से अपना प्रशिक्षण कुशलतापूर्वक पूरा किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार महिलाओं को और अधिक सशक्त बनाने के लिये अपने नागरिकों के प्रति वचनबद्ध है। हरियाणा में वर्ष 2015 से लेकर आज 33 महिला पुलिस स्टेशन, महिलाओं की सहायता में सदैव तत्पर 200 महिला हैल्प डैस्क कार्यरत है।
शत्रुजीत कपूर ने बताया कि देश मे हरियाणा ऐसा पहला राज्य है जिसमे महिलाओं की सहायता के लिये 12 जुलाई 2018 में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में दुर्गा शक्ति ऐप का विधिवत प्रारम्भ किया। केवल अलर्ट का एक बटन दबाते ही संकट के समय में महिलाओं को तुरन्त पुलिस सहायता मिलती है। अब इस एप को डायल 112 से जोड दिया है। इसी तरह आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली या डायल 112 सेवा का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा 12 जुलाई 2021 को नागरिकों को यह सेवा समर्पित की गई थी। जिसमें पुलिस, अग्निशमन, स्वास्थ्य व वन विभाग आदि सेवाएं एक ही पोर्टल पर उपलब्ध है। अब तक 2.5 करोड़ आमजन इससे लाभान्वित हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि दुष्कर्म के मामलों का शीघ्र निपटारा करने के लिये 6 नई फास्ट ट्रैक कोर्ट फरीदाबाद, गुरुग्राम, पानीपत, सोनीपत व नूंह में शुरु की गई है। उन्होंने पुलिस की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि मानव तस्करी निपटने के लिए हरियाणा प्रदेश में 22 मानव तस्करी विरोधी इकाईया कार्य कर रही है, उन्होंने 19,496 लापता महिला व बच्चो को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाकर उनके अभिभावकों से मिलवाया। साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए हरियाणा में 29 साइबर पुलिस स्टेशनों, तीन साइबर फोरेंसिक प्रयोगशाला व साइबर हेल्पलाइन नम्बर 1930 आदि के माध्यम से धोखाधडी से ऑनलाईन चुराये गये निर्दोष नागरिकों के 10.88 करोड़ रुपये साइबर ठगों से बचाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि परिवहन, खनन कराधान, उत्पाद शुल्क, एचवीपीएनएल व पुलिस अधिकारियों को मिलाकर हरियाणा राज्य प्रर्वतन ब्यूरो का गठन किया गया। इस ब्यूरो के आठ पुलिस स्टेशन अंबाला, करनाल, रोहतक, जींद, रेवाड़ी, गुरुग्राम, व फरीदाबाद आदि में खोले गए है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने पुलिस कर्मियों के उत्साह को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री, गृह मंत्री व पुलिस महानिदेशक पदक देने की शुरुआत की है जिसमे नागरिकों की सुरक्षा में अपनी जान की परवाह नहीं करने वाले और बहादुरी का उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुलिस जवानों को सेवा विस्तार के साथ-साथ नगद ईनाम भी दिया जाता है।
हिसार की निशा बनी अपने बैच की टॉपर
पुलिस महानिदेशक ने प्रशिक्षण में कुशलता व दक्षता के परिचय देने पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली महिला सिपाही निशा (हिसार) को पहले, रितू (भिवानी) को दूसरे, कोमल (करनाल) को तीसरे व अंजलि (रोहतक) को बेस्ट इन कमांड के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। पुलिस महानिदेशक का पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में पहुंचने पर एडीजीपी चारू बाली ने स्वागत किया। वहीं एडीजीपी ममता सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम वाहिनी दुर्गा शक्ति सशस्त्र बटालियन की प्रशिक्षुओं का पुलिस से जुड़े कार्यों के साथ साइबर व अन्य उपयोगी विषयों का भी प्रशिक्षण दिया है। दीक्षांत समारोह में पुलिस महानिदेशक ने पासिंग आऊट परेड का निरीक्षण किया और मार्च पास्ट की सलामी भी ली।
दीक्षांत समारोह के उपरांत पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, भौंडसी में 20 सितंबर 2022 से 27 जून 2023 तक प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली प्रथम वाहिनी, दुर्गा शक्ति हरियाणा सशस्त्र पुलिस बल की 608 महिला सिपाही पारंगत होकर देशसेवा के लिए पुलिस बल में शामिल हो गई। दुर्गा शक्ति प्रथम वाहिनी के इस बैच में पीएचडी, बीटेक-एमटेक, मैनेजमेंट व अन्य शैक्षणिक योग्यता रखने वाली प्रशिक्षु शामिल थी।
इस अवसर पर नाजनीन भसीन, डीआईजी आरटीसी, भौण्डसी, डा. राजश्री एडीजीपी, केके राव एडीजीपी, पुलिस कमिश्नर गुरुग्राम विकास अरोड़ा, सौरभ सिंह आईजी आईआरबी, राकेश कुमार आर्य सीपी फरीदाबाद, बी सतीश बालन सीपी सोनीपत, धर्मवीर सिंह पुलिस अधीक्षक आरटीसी, भौण्डसी सहित पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी व प्रशिक्षुओं के परिजन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।