केवल प्रभावी और लोकप्रिय नेताओं को ही टिकट दिया जाएगा।
नई दिल्ली , हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा के साथ ही भाजपा में टिकटों को लेकर गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। हरियाणा में भाजपा के टिकट के लिए नेताओं और कार्यकर्ताओं की लंबी कतारें लग गई हैं। इस बार भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व टिकट वितरण को लेकर बेहद सतर्क है, और इस प्रक्रिया में कई प्रमुख विधायकों और मंत्रियों की कार्यशैली की समीक्षा की जा रही है।
भाजपा में टिकट वितरण पर विशेष ध्यान
भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने हरियाणा में टिकट वितरण पर विशेष ध्यान देने का निर्णय लिया है। पार्टी की ओर से एक दर्जन मंत्रियों के टिकट कटने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि उनकी कार्यक्षमता से पार्टी पूरी तरह संतुष्ट नहीं है। यह कदम पार्टी की रणनीति के तहत उठाया जा रहा है, जिसमें केवल प्रभावी और लोकप्रिय नेताओं को ही टिकट दिया जाएगा।
गुरुग्राम में संभावित टिकट दावेदार
गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में भाजपा की टिकट के लिए कई नाम चर्चा में हैं। वरिष्ठ भाजपा नेता नवीन गोयल, हरियाणा डेयरी विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा, और ब्राह्मण नेता मुकेश शर्मा प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं। इसके अलावा, आधा दर्जन से अधिक भाजपा कार्यकर्ता भी टिकट की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि, इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है कि इनमें से किसे टिकट मिलेगा, यह जल्द ही स्पष्ट होगा।
बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में टिकट की दौड़
बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में भी टिकट के लिए कई दावेदार हैं। पूर्व मंत्री राव नरवीर सिंह, जो हाल ही में सरकार और प्रशासन के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के राजनीतिक विरोधी माने जाते हैं, टिकट के प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं। इसके अलावा, भाजपा के जिला अध्यक्ष कमल यादव, किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बेगराज यादव, पिछले विधानसभा चुनाव में हार चुके मनीष यादव, और मुख्यमंत्री के ओएसडी रहे जवाहर यादव भी टिकट की कतार में हैं।
आगामी चुनाव के लिए भाजपा की रणनीति
भाजपा की रणनीति स्पष्ट है कि पार्टी उन नेताओं को टिकट देगी जिनके कार्यों और जनसमर्थन के आधार पर वे चुनाव में जीत की संभावना को मजबूत कर सकें। टिकट वितरण की प्रक्रिया में पारदर्शिता और प्रभावशीलता पर जोर दिया जा रहा है ताकि पार्टी को चुनावी सफलता मिल सके।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की टिकटों को लेकर जमी हुई गर्मी को देखते हुए, यह साफ है कि चुनावी मैदान में एक नया और सक्रिय नेतृत्व सामने आएगा। किसे टिकट मिलेगा और पार्टी की चुनावी रणनीति कैसी होगी, यह चुनावों के नजदीक आने के साथ ही स्पष्ट होगा।