1031 उम्मीदवार, 2 करोड़ वोटर… हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर वोटिंग आज
हरियाणा की राजनीति में आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर मतदान होने जा रहा है। इस चुनाव में कुल 1031 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जबकि लगभग 2 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव आयोग ने सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।
मुख्य चुनावी मुद्दे
इस बार के चुनावों में किसान आंदोलन, बेरोजगारी, और स्थानीय विकास से जुड़े मुद्दे प्रमुखता से छाए हुए हैं। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में राजनीतिक दलों ने इन्हीं मुद्दों के इर्द-गिर्द अपने चुनावी अभियान चलाए।
- किसान आंदोलन: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ लंबे समय तक चले किसान आंदोलन का असर इन चुनावों में भी देखा जा रहा है।
- बेरोजगारी: युवाओं के बीच बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है, और कई राजनीतिक दल इसे लेकर सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।
- विकास: सड़कों, पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर स्थानीय स्तर पर भी कई जगहों पर मतदाताओं में नाराजगी है।
प्रमुख राजनीतिक दल और दावेदार
हरियाणा विधानसभा चुनावों में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP), विपक्षी कांग्रेस और क्षेत्रीय पार्टी जननायक जनता पार्टी (JJP) के बीच माना जा रहा है।
- BJP मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में चुनाव मैदान में उतरी है, जिन्होंने राज्य में स्थिरता और विकास को लेकर अपनी सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा है।
- कांग्रेस ने इस बार अपने नए नेतृत्व और पुराने मजबूत गढ़ों को पुनर्जीवित करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
- JJP, जिसका गठन हाल ही में हुआ था, अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही है, खासकर युवाओं और ग्रामीण इलाकों में।
चुनावी प्रक्रिया और सुरक्षा इंतजाम
चुनाव आयोग ने मतदान के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं। कुल 19,500 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से कई संवेदनशील क्षेत्रों में स्थित हैं।
सुरक्षा के मद्देनज़र केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है। मतदान केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के साथ वीवीपैट (VVPAT) का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।
नतीजे और संभावनाएं
चुनाव के नतीजे हरियाणा की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत दे सकते हैं। अगर कोई भी पार्टी स्पष्ट बहुमत नहीं हासिल करती है, तो गठबंधन सरकार बनने की संभावनाएं प्रबल होंगी। ऐसे में छोटी पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों की भूमिका निर्णायक हो सकती है।
अब देखना होगा कि मतदाता किसे अपना जनादेश देते हैं और हरियाणा की सत्ता पर कौन काबिज होता है।