- मैं रक्षा मंत्री से मिलूंगा और अहीर रेजिमेंट बनाने की मांग करूंगा
- गुरुग्राम ,मानेसर,अहीर रेजिमेंट बनाने के लिए भी अहीर समाज के लोगों को सड़कों पर आना पड़ रहा है. बड़े दुख की बात जिस कोम ने देश के लिए अपना खून पाया और आज देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं . उस समाज को अपने कोम की रेजिमेंट बनाने के लिए धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. यह बड़ी शर्म की बात है . उक्त शब्द पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक ने मानेसर में किसान महापंचायत में अपने संबोधन में कहें।
- उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मानेसर के किसानों को 1 वर्ष से अधिक हो धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. लेकिन सरकार उनकी समस्या का समाधान नहीं कर पा रही जितने किसानों को अट्ठारह सौ 10 एकड़ भूमि का मुआवजा दिया जा रहा है. इतने में तो एक प्लाट भी नहीं खरीदा जा सकता सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है और घमंड में चूर है . आने वाले 2024 के चुनाव में केंद्र व राज्य सरकार की घमंडी सरकार को हटा देना सब काम हो जाएंगे।
- पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक ने यह भी कहा इस महापंचायत को जातिवाद का नारा नहीं देना और भूख हड़ताल और अनिश्चित हड़ताल कम करना क्योंकि लोगों की तबीयत खराब हो जाती है और धरना प्रदर्शन पर असर पड़ता है मुझे अजमेर जाना है इसलिए मेरी जगह राकेश टिकैत लेंगे और वह आगे की रणनीति समझाएंगे इस किसानों को आगे क्या करना है। राज्यपाल ने कहा पूरे देश में घूम कर देख रहा हूं किसानों के साथ देश में अन्याय हो रहा है और मैं उस अन्याय के खिलाफ हूं . जब किसानों ने एमएसपी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया था उस समय में राज्यपाल की सीट पर था और मैंने तब भी सरकार का विरोध किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वयं मिलकर कहा था किसानों की मांग को मानलों वरना किसान सरकार को हटाने की ताकत रखता है. मगर केंद्र सरकार में प्रधानमंत्री भी घमंड में है और मैं तो देश के किसानों से ही नहीं आम जनता से भी अपील करूंगा केंद्र सरकार व राज्य सरकार के घमंड को 2024 में चकनाचूर कर दो जिससे वह धरातल पर आ सके और उनको किसान और आम जनता की ताकत का पता चल सके।