- कभी गाय कभी बच्चे हो रहे शिकार, कानून लाचार
गुरुग्राम। प्रशासन के सख्त आदेश के बाद भी गुरुग्राम जिले में खतरनाक कुत्तों का पालन पोषण किया जा रहा है. जो आए दिन कभी बच्चे कभी गाय कभी महिलाओं को अपना शिकार बना रहे लेकिन जिला प्रशासन द्वारा लगाई गई पाबंदी बेअसर दिखाई पड़ रही है . गुरुग्राम से 10 किलोमीटर दूरी पर गांव भोंडसी में पाकिस्तानी डॉग के अलावा खतरनाक कुत्तों को घरों में पाल रहे हैं . जिससे जहां घटनाएं बढ़ रही है वहीं घर से खुलते ही खतरनाक कुत्ते कहीं ना कहीं हादसे को बढ़ावा दे रहे हैं। विदेशी कुत्तों के साथ-साथ खतरनाक गद्दी . बुलडॉग . पिटबुल जैसे खतरनाक कुत्तों को अब शहर की सोसाइटी में भी रखा जा रहा है. कई बार सोसायटी में भी इन खतरनाक कुत्तों ने कई व्यक्तियों को काटा और कई जानवरों को नोच नोच कर मार डाला. लेकिन इस पर ना जिला प्रशासन की ओर से ध्यान दिया जा रहा है और ना ही पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार रेजिडेंशियल सोसायटियों में ऐसे ही खतरनाक कुत्ते पाले जा रहे हैं . जिससे अब अपने फ्लैटों से निकलने में भी आम व्यक्ति को डर लग रहा है।
छोटे बच्चे वाले रहे सावधान बच्चे को अकेला ने छोड़े
रेजिडेंशियल सोसायटी में खतरनाक कुत्ते घूम रहे हैं छोटे बच्चे का परिवार अपने बच्चों को सावधानी से रखें अकेला ना छोड़े कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है अधिकतर सोसायटियों में खतरनाक कुत्तों का पालना एक शोक बन गया है और यह खतरनाक कुत्तों का पालने का शौक मासूम बच्चों की जिंदगी के साथ कभी खिलवाड़ ना कर दे इसका भी डर बना रहता है ।
पाल रखे हैं खूंखार कुत्ते
आरोप है कि ये डॉगी नेहपाल का है। उसने कई प्रतिबंधिंत और खौफनाक कुत्ते पाल रखे हैं। वह खेतों की ओर आने वाली गायों और जानवरों पर इन खूंखार कुत्तों को छोड़ देते हैं और वे उन्हें नोंच-नोंचकर मार डालते हैं।
भोंडसी एरिया में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां पर पिटबुल और पाकिस्तानी बुल्ली ने गाय पर हमला कर दिया। कुत्तों ने गाय को नोंच-नोंच कर मार डाला। घटना बहल्पा गांव की है। गाय मालिक ने प्रतिबंधित विदेशी नस्ल के डॉगी पिटबुल और पाकिस्तानी बुल्ली डॉग के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि उनका गाय चारागाह की ओर जा रही थी तभी रास्ते में पिटबुल और पाकिस्तानी बुल्ली ने हमला किया। पीड़ित मालिक की शिकायत पर डॉगी मालिक के खिलाफ भोंडसी थाने में एफआईआर दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।
बहल्पपा गांव के रहने वाले हरिंद्र उर्फ काला ने बताया कि वो गाय व भैंस को रोजगार चरागाह तक ले जाता है। उसके पास करीब 30 पशु हैं। सुबह भी हरदिन की तरह वह पशुओं को चराने के लिए पहाड़ पर ले गया था। लौटते समय एक गाय खेतों के रास्ते से आ रही थी तभी पिटबुल ने गाय पर हमला कर दिया।