नई दिल्ली, 12 जुलाई – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर प्रदेश में भारी वर्षा के कारण हुए जलभराव की वर्तमान स्थिति, पूरी हुई केन्द्रीय योजनाओं की जानकारी देने के साथ हरियाणा में कुछ बडी परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन करने का निमंत्रण दिया।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात करने के बाद हरियाणा भवन में मीडिया से रूबरू होते हुए मुंख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि प्रधानमंत्री को प्रदेश में जलभराव तथा बाढ़ जैसी वर्तमान स्थिति से अवगत करवाया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों के दौरान हरियाणा में बारिश अच्छी हुई है और हिमाचल प्रदेश में भी ज्यादा बारिश होने के कारण भारी मात्रा में पानी हमारे यहां आया है। ज्यादा जलभराव वाले निचले स्थानों से लोगों को दूसरे स्थानों पर स्थानांतरित करना पडा है। रविवार और सोमवार को बरसात के कारण यमुना नदी का पानी तीन लाख 60 हजार क्यूसिक को छू गया था लेकिन आज यमुना का जल स्तर तीन लाख क्यूसिक से नीचे आ गया है। उन्होंने कहा कि नदी का जल स्तर पहाड़ों में वर्षा पर निर्भर करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ तथा मानसून के मिलने का ऐसा संयोग बना जिससे भारी वर्षा हुई। ऐसा संयोग कई वर्षो पहले भी बना था लेकिन अब यह पश्चिमी विक्षोभ आज दोपहर बाद आगे बढ़ गया है जिससे हमारे यहां बरसात का दबाव कम हो गया है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि अब अगले कुछ दिनों में हमारे यहां बरसात कम होगी।
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि अंबाला क्षेत्र में जलभराव इसलिए ज्यादा हुआ क्योंकि वहां पर दोनों तरफ से पानी की मार पड़ी। एक तरफ से एसवाईएल नहर में पानी आ गया तथा दूसरी तरफ से घग्गर व टांगरी नदियों में उफान से वहां जलभराव हुआ। इससे उस क्षेत्र के 12-13 गांवों पर प्रभाव पड़ा और उन गांवों के लगभग 25 से 30 हजार लोगों को दूसरे स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। उन्हें सार्वजनिक स्थलों जैसे स्कूल, बैंकेट हॉल आदि में रखा गया है और प्रशासन, एनडीआरएफ तथा सेना सभी मिलकर राहत व बचाव कार्यो में लगे हैं। इन लोगों के लिए भोजन, पानी तथा जरूरी वस्तुएं पहुंचाई जा रही है। इसके लिए व्यवस्थाएं कर दी गई है। उनके लिए अलग से कैंटीन की व्यवस्था की गई है तथा बहुत सारी सामाजिक संस्थाएं भी राहत व बचाव कार्यो में सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि शुरू के 12-14 घण्टों में दिक्कत आती है। आज दोपहर के बाद ज्यादा कठिनाई नहीं है। साथ ही मुख्यमंत्री ने बताया कि पानीपत में भी एक स्थान पर नहर में कटाव हुआ था, जिसे कन्ट्रोल कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पानी का फैलाव होने से नुकसान कम होता है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पंचकुला में कुछ पुल टूटे है और मोरनी क्षेत्र में भू-स्खलन हुआ है। अब वर्षा रूकने के बाद सभी विभाग अपने-अपने तौर पर व्यवस्थाओं को ठीक करेगें और आने वाले 24 से 48 घण्टों में स्थिति सामान्य होने की आशा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात से इन्फ्रास्टक्चर जैसे सड़कों, पुलों आदि को नुकसान पहुंचा है, जिसका आंकलन किया जा रहा है। अभी सरकार का ध्यान प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने की तरफ ज्यादा है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाया है कि किसी का भी कोई भी नुकसान हुआ है तो उसकी भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी।