- पानीपत,21 जुलाई : हरियाणा के पानीपत जिले की सेशन कोर्ट ने हत्या के दो दोषियों को सजा सुनाई है। सेशन जज सुदेश कुमार शर्मा की कोर्ट ने रोहतक में सांपला के रहने वाले आशीष और सोनू को हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास और उसके साथ ही 25-25 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई और अगर जुर्माना न भरा तो दोषियों को 1 साल की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।
- बता दे की दोनों ही हत्यारे शराबी हैं और उन्होंने महज 3 दिनों के अंदर मामूली झगड़ों के बाद तीन लोगों को गला घोंटकर मार डाला। दोनों ने ये तीनों वारदात 26 सितंबर से 28 सितंबर 2020 की रात के बीच की थी। शुक्रवार को इन्हें 28 सितंबर 2020 की रात किए गए जघन्य अपराध से जुड़े केस में सुनाई गई।
- क्या था पूरा मामला
- पानीपत के किला थाना पुलिस को दी गई शिकायत में जय नारायण ने बताया था कि वह पानीपत में सनौली रोड पर राज कॉलोनी का रहने वाला है। वे चार भाई हैं। जिसमें तीसरे नंबर पर भाई हरि नारायण था जो 28 सितंबर 2020 को मजदूरी के लिए घर से निकला। रात को वापस न आने पर उसकी तलाश शुरू की गई। तलाशी के दौरान उन्हें सूचना मिली कि रात को एक व्यक्ति का शव सनौली रोड पर एक इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान के सामने पड़ी है। सूचना मिलने के बाद वह शव की शिनाख्त करने के लिए सरकारी अस्पताल के शवगृह में पहुंचा। जहां उसने अपने भाई के शव को पहचान लिया। उस वक्त हत्या की वजह और हत्यारों का पता नहीं होने के चलते पुलिस ने अज्ञात पर केस दर्ज किया था।
- 1 अक्टूबर 2020 को पकड़ में आए थे दोनों
- पुलिस ने 1 अक्टूबर 2020 को आशीष और सोनू को गिरफ्तार कर पूछताछ की। ये दोनों रोहतक में सांपला के रहने वाले थे। पूछताछ में दोनों ने हरिनारायण ही नहीं बल्कि उसके अलावा दो और हत्याएं करने की वारदात भी कबूल कर ली।
- आशीष ने पुलिस को बताया कि वह शराब पीने का आदी है। इसी कारण उसका तलाक हो गया था, परिवार वाले उससे परेशान थे और उसे नशा मुक्ति केंद्र में छोड़ना चाहते थे। इसलिए वह सांपला से परिवार को छोड़कर पानीपत आ गया। पानीपत में उसकी पहचान सांपला के ही सोनू से हुई जो पानीपत के समालखा में आजाद नगर सेवा समिति रोड पर रहता था। दोनों इकट्ठे रहने लगे। दोनों दिन में मजदूरी करते और रात को शराब पीकर संजय चौक के पास पुल के नीचे सो जाते थे। वहीं पर उनकी पहचान हरिनारायण, राजेंद्र व एक अन्य व्यक्ति के साथ हो गई।
- शराब की बोतल लेने के विवाद में हुआ झगड़ा
- एक दिन वह सोनू के साथ सनौली रोड पर खड़ा था। उसी समय हरिनारायण भी वहां आ गया। उन दोनों का शराब ठेके से शराब लेने की बात पर हरिनारायण से झगड़ा हो गया रात करीब 1 बजे उन्होंने हरिनारायण के साथ मारपीट की और कपड़े से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।