नई दिल्ली। हरियाणा प्रदेश में सत्ता की चाबी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को जैसे ही भाजपा की ओर से सोप गई तो कुछ नेता मुख्यमंत्री को लेकर अनेक राजनीतिक बयान बाजी करते रहे यहां तक की हरियाणा की खट्टर सरकार को खटारा सरकार की संज्ञा देते रहे मगर जैसे-जैसे समय बदला और प्रदेश के मुखिया ने काम करना शुरू किया और भ्रष्टाचार पर प्रहार किया तो उसे नेताओं की समझ में आ गया कि हरियाणा प्रदेश में खटारा सरकार नहीं है एक सफल मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार चल रही है जिसकी गूंज केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पहुंची और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार समय-समय पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री के राजनीतिक विरोधी भी अब मनोहर लाल के सफल शासन को सलाम कर रहे हैं
एक समय था जब केंद्रीय भाजपा नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को हरियाणा प्रदेश की बागडोर सौंप थी उसे समय भाजपा के कुछ नेता मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करते थे कामकाज का ज्ञान नहीं है लेकिन प्रदेश को जिस तरह 9 वर्षों में ऊंचाइयों पर पहुंचा आज वही नेता मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को यशस्वी के नाम से पुकारते हैंऔर उनके नेतृत्व में प्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है।
कभी मुख्यमंत्री को गुस्से में नहीं देखा और ट्रांसफर पॉलिसी को ऑनलाइन कर अध्यापकों का भी मन जीता
मनोहर लाल खट्टर द्वारा मुख्यमंत्री का पद ग्रहण करने के बाद प्रदेश में ऐसा अभियान चलाया गया भ्रष्टाचारी भागने लगे भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए अधिकारियों में एक दूसरे से आगे बढ़ाने की ओर लग गई सरकार की नई-नई नीतियों के द्वारा विकास कार्यों में बढ़ोतरी जहां भ्रष्टाचार का मामला था वहां पर भी मुख्यमंत्री का प्रहार रहा अधिकतर भ्रष्टाचार का मामला अध्यापकों के अलावा अन्य विभाग के कर्मचारियों के तबादले में बोलबाला होता था लेकिन ऑनलाइन के माध्यम से अध्यापकों के तबादले के साथ अन्य विभागों के तबादले होने शुरू हो गए जिससे तबादला में भ्रष्टाचार पर लगाम लग गई।
प्रदेश से गायब हो गई खर्ची और पर्ची ,चीफ इंजीनियर संजीव चोपड़ा
दक्षिणी हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के पूर्व चीफ इंजीनियर संजीव चोपड़ा से जब बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा पहले तबादलों में भ्रष्टाचार होता था और विभिन्न पदों की भर्तियों में भी भ्रष्टाचार की शिकायत मिलती थी लेकिन जब से खर्ची और पर्ची दोनों गायब हुई प्रदेश में भ्रष्टाचार पर पाबंदी लगी पूर्व चीफ इंजीनियर ने यह भी जानकारी दी पिछले 9 वर्षों में किसी भी सत्ताधारी मंत्री, विधायक पर भ्रष्टाचार का दाग नहीं है यह मुख्यमंत्री के लिए बड़ी बात है कि उनके नेतृत्व में चल रही सरकार बेदाग चल रही है।
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री दोनों को प्रजा की चिंता
हरियाणा सरकार में लोक संपर्क विभाग में उच्च पदों पर रहे अशोक शर्मा ने कहा उन्होंने काफी सरकारें देखी लेकिन उनके जीवन काल में पहली सरकार ऐसी है जिनके मुखिया देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल दोनों को प्रजा की चिंता है इसलिए बगैर किसी के भेदभाव के विकास कार्यों के लिए चिंतित रहते हैं उन्होंने कहा दोनों ऐसे नेता है जिन्होंने अपने परिवार से कोई लेना-देना नहीं है देश और प्रदेश की चिंता दोनों के माथे पर रहती है और देश और प्रदेश उनके द्वारा कराया जा रहा है विकास कार्यों से आगे बढ़ रहा है।
इस सरकार में जात-पात का जहर नहीं
पटौदी विधानसभा क्षेत्र के सबसे बड़े गांव भौडा कला के किसान राम भूल सिंह का कहना है कि यहां पर जात-पात का जहर नहीं है सब एक समान है गांव से जो विभिन्न भागों में भर्ती हो रही है बिना खर्च बिगर पर्ची हुई है।
अब तो विरोधी भी कर रहे हैं प्रशंसा
हरियाणा प्रदेश में विरोधी दलों में राजनीति के नेता अंदरूनी मुख्यमंत्री की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं क्योंकि उनके गांव से जो युवा सरकारी नौकरियों में लग रहे हे वह बिना किसी की सिफारिश बिना पैसे ज्वाइन कर रहे हैं ऐसी सरकार पहले कम देखने को मिलती थी।
ज्ञात होगी हरियाणा प्रदेश केरोसिन मुक्त प्रदेश है पहले केरोसिन के लिए गांव के डिपो पर लाइन लगी रहती थी लेकिन 9 वर्षों में हरियाणा के मुखिया ने प्रदेश को केरोसिन मुक्त कर दिया पहले प्रदेश में विकास पर राजनीति नहीं होती थी लेकिन अब विकास पर राजनीति होती है।
मेवात में हुए दंगे 24 घंटे में हुए कंट्रोल
पहली बार ऐसा देखा गया की 24 घंटे में दंगों को कंट्रोल किया गया आज मेवात में अमन चैन है लेकिन पिछली सरकारों के समय दो-दो महीने छोटे-मोटे झगड़ा भी समाप्त नहीं होते थे।
प्रदेश में जनता राजनीति को नहीं स्थाई विकास को महत्व दे रही है
ऐसा देखा जा रहा है की हरियाणा प्रदेश में जनता राजनीति को नहीं स्थाई विकास को महत्व दे रही है और पहले विकास पर राजनीति होती रहती थी लेकिन पहली बार प्रदेश में जनता ने स्थाई विकास पर मोहर लगा दी है।