गाजियाबाद, राजनगर एक्सटेंशन में नॉर्दन पेरीफेरल रोड का निर्माण अब किसानों से जमीन खरीदकर हो सकेगा। शासन से फंड नहीं मिलने के बाद भी जीडीए ने अपने फंड से नेशनल हाइवे-9 से दिल्ली-मेरठ हाइवे तक करीब 6.40 किलोमीटर लंबाई में से एनपीआर का करीब 3.50 किलोमीटरर लंबी रोड का निर्माण करा दिया है। एनएच-9 से दिल्ली-मेरठ हाइवे तक 6.40 किलोमीटर लंबी रोड का 223.92 करोड़ से निर्माण होगा। जबकि दिल्ली-मेरठ हाइवे से राजनगर एक्सटेंशन होते हुए भोपुरा ओर लोनी की ओर 3.50 किलोमीटर रोड और 6.26 किलोमीटर लंबी राजनगर एक्सटेंशन आउटर रिंग रोड पर 242.54 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं। शहर में वाहनों के बढ़ते दबाव और जाम की समस्या से लोगों को निजात दिलाने के उद्देश्य से नॉर्दन पेरीफेरल रोड का निर्माण करने की प्लानिंग की गई थी। पहले एनएच-9 से दिल्ली-मेरठ हाइवे और फिर लोनी के टीला मोड़ तक इसका निर्माण किया जाना है। इससे वाहन शहर में अंदर प्रवेश करने की बजाए बाहर से ही लोनी से दिल्ली तक जा सकते थे। एनएच-9 से लोनी तक पहुंचने में दो घंटे लगते हैं। लेकिन इस रोड का निर्माण होने के बाद सिर्फ 45 मिनट ही लगेंगे। इससे शहर के हजारों लोगों को फायदा होगा।
नेशनल हाइवे-9 डासना से लोनी तक कुल 20 किलोमीटर लंबाई में 45 मीटर चौड़ी इस एनपीआर रोड का निर्माण होना है। तीन चरण में निर्मित होने वाली 45 मीटर चौड़ी इस एनपीआर का पहले चरण में राजनगर एक्सटेंशन से दिल्ली-मेरठ हाइवे दुहाई तक 3.50 किलोमीटर लंबाई में निर्माण किया जाएगा। इसका निर्माण कार्य जारी है,मगर यह निर्माण पूरा नहीं हो सका है। जीडीए के प्रभारी चीफ इंजीनियर मानवेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि, नेशनल हाइवे-9 डासना से लोनी के टीलामोड़ तक नॉर्दन पेरीफेरल रोड का निर्माण प्रस्तावित है। इस रोड के निर्माण के लिए शासन से फंड की मांग की जा रही है। करीब 466.46 करोड़ रुपए की लागत से इस पूरी रोड का निर्माण होगा। रोड का पहले चरण का निर्माण काफी हो चुकी है,कई जगह जमीन नहीं मिलने की वजह से काम रूका हुआ है। राजनगर एक्सटेंशन में किसानों से जल्द जमीन खरीदकर रोड का निर्माण पूरा कराया जाएगा।