गुरुग्राम, 17 नवंबर। कामधेनू धाम गौशाला कार्टरपुरी गुरुग्राम में गौ भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के दूसरे दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन पंडित कृष्ण मुरारी शास्त्री द्वारा किया गया। कथावाचक शास्त्री ने शुक्रवार को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला, माखन चोरी तथा गोवर्धन पूजा की कथा श्रद्धालुओं को सुनाई और बताया कि भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं मानव जीवन के लिए प्रेरणादायी हैं। इस मौके पर गौसेवा आयोग के वाइस चेयरमैन पूरन यादव ने भी उपस्थित गौभक्तों से गोपाष्टमी पर्व के महत्व की जानकारी दी और कहा कि पृथ्वी ही नहीं 14 लोकों में बड़ी धूमधाम से गौपाष्टमी मनाई जाती है।
गौभागवत वाचक पंडित कृष्ण मुरारी शास्त्री ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने बचपन में अनेकों लीलाएं की। बाल कृष्ण सभी का मन मोह लिया करते थे। नटखट स्वभाव के चलते मां यशोदा के पास उनकी हर रोज शिकायत आती थी। मां उन्हें कहती थी कि प्रतिदिन तुम माखन चुरा के खाया करते हो, तो वह तुरंत मुंह खोलकर मां को दिखा दिया करते थे कि मैंने माखन नहीं खाया। शास्त्री ने कहा कि बाल रूप में ही भगवान श्रीकृष्ण गोप-ग्वालों के साथ गोवर्धन पर्वत पर गए और गोवर्धन पर्वत की पूजा कराई। कथा के दौरान श्रद्धालु भक्ति के सागर में मंत्रमुग्ध दिखे।
गौसेवा आयोग के वाइस चेयरमैन पूरन यादव ने कथा के बारे में बताते हुए कहा कि गौभागवत 16 नवंबर गोपाष्टमी पर्व से शुरू हुई थी और यह सप्ताह तक चलेगी। पूरन यादव ने बताया कि कथा का आयोजन चेतनदास गौ संवर्धन संस्थान द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो श्रद्धालु गौशाला में उपस्थित नहीं हो पा रहे वे कथा का लाइव प्रसारण धर्मग्रंथ टीवी पर दोपहर 3 बजे से सांय 6 बजे देख सकते हैं।
गोपाष्टमी पर्व के बारे में जानकारी देते हुए पूरन यादव ने बताया कि गोपाष्टमी एक ऐसा पर्व है जिस पर्व पर ब्रह्मांड के सारे देवता गौ माता का पूजन करते हैं। गौमाता से अपने मनोरथ सिद्ध होने की कामना करते हैं। पूरे ब्रह्मांड में ऐसी कोई वस्तु नहीं ऐसी कोई मनोकामना नहीं जो गौ माता पूर्ण ना कर सकें। इसलिए हर गो भक्त को गोपाष्टमी पर विशेष अपने घर में यज्ञ हवन करने चाहिए अगर वह सक्षम है तो उसे गौशाला में गो यज्ञ करवाना चाहिए। पूरन यादव ने बताया कि गौ माता की कृपा हम पर सदैव रहती हैं हमारी इस कार्य को करने से ब्रह्मांड के सारे जीवो को प्राणवायु प्राप्त होती है। ओजोन में फैले हुए जहरीले कीटों को मुक्ति प्रदान होती है। हमारे शरीर का औरा बढ़ता है। आज की कथा में विशेष रूप से गोवर्धन धाम से स्वामी पूर्णानन्द जी महाराज, परम गौभक्त प्रभाती लाल गुरू जी, ब्रज रस गौ सेवा समिति के पदाधिकारी आदि मौजूद रहे।