कन्या भ्रूण हत्या की सूचना देने पर मिलेगा 1 लाख का इनाम, गुप्त रखा जाएगा सूचना देने वाले का नाम : डीसी
रेवाड़ी, 18 नवंबर डीसी राहुल हुड्डा ने बताया कि कन्या भ्रूण हत्या करने व करवाने वालों की सही सूचना देने वालों को सरकार द्वारा एक लाख रुपये तक का इनाम दिया जाएगा। ऐसी सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार व प्रशासन की ओर से कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट 1994 के तहत पंजीकृत सेंटर संचालक व डॉक्टर द्वारा पहली बार गर्भधारण पूर्व लिंग चयन और प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण संबंधी जुर्म करने पर 3 साल की कैद और 10 हजार रुपए जुर्माना तथा इसके उपरांत पुन: जुर्म करने पर 5 साल कैद और 50 हजार रुपए जुर्माना का प्रावधान है। पति/परिवार के सदस्य या लिंग चयन के लिए उकसाने वाले व्यक्ति के लिए एक्ट में पहले अपराध पर 50 हजार रुपए तक के जुर्माने के साथ 3 साल तक की कैद तथा इसके उपरांत पुन: अपराध करने पर एक लाख रुपए तक जुर्माने के साथ 5 साल तक की कैद का प्रावधान एक्ट में किया गया है।
लिंगानुपात बढ़ाने के लिए सभी को एकजुट होकर करने होंगे सामूहिक प्रयास : डीसी
डीसी राहुल हुड्डा ने जिलावासियों से रेवाड़ी जिले के घटते लिंगानुपात को बढ़ाकर जिला को लिंगानुपात के मामले में पहले पायदान पर लाने का आह्वान करते हुए कहा कि लिंगानुपात को बढ़ाने के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि बेटियां अनमोल हैं और इन्हें भी दुनिया में आने का पूरा हक है। उन्होंने कहा कि केवल बालिका दिवस व महिला दिवस मनाने से कन्या भ्रूण हत्या समाप्त नहीं होगी। इसके लिए हम सबको मिलकर सामूहिक प्रयास करने होंगे। जिस दिन हम अपनी बेटियों को बेटों के बराबर समझने लगेंगे, उस दिन कन्या भ्रूण हत्या अपने आप रुक जाएगी। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या एक कानूनी अपराध होने के साथ-साथ सामाजिक अपराध भी है।
लंबी लाइन से बचने के लिए स्वस्थ हरियाणा एप का प्रयोग करें जिलावासी : डीसी
डीसी राहुल हुड्डा ने नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के लिए आने वाले आम नागरिकों से भीड़भाड़ व लंबी लाईन से बचने के लिए स्वस्थ हरियाणा मोबाइल एप का प्रयोग करने का आह्वान किया। इस एप के माध्यम से मरीज प्रदेश के किसी भी नागरिक अस्पताल में इलाज करवाने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। यह एप गूगल प्ले स्टोर पर भी उपलब्ध है। इस एप के माध्यम से अस्पताल में जाने से पहले मरीज घर बैठे अपना एडवांस रजिस्ट्रेशन करवा पाएंगे, जिससे अस्पतालों में लोगों की भीड़ का सुव्यस्थित तरीके से प्रबंधन किया जा सकेगा। मरीज को लाइन में नहीं लगना पड़ेगा, वह सीधे अपने डॉक्टर के पास जाकर इलाज करवा सकता है।
घर पर ही देख सकते हैं लैब रिपोर्ट : राहुल हुड्डा
डीसी राहुल हुड्डा ने बताया कि डॉक्टर द्वारा लिखे टेस्ट और जो भी रिपोर्ट होगी मरीज उसे इस एप के माध्यम से घर बैठे अपने मोबाइल पर देख सकेगा। इस एप में मरीज की सारी हिस्ट्री स्टोर रहेगी। इस मोबाइल एप में और भी कई सुविधाएं हैं जिनमें ब्लड बैंक की जानकारी, जच्चा बच्चा देखभाल और टीकाकरण संबंधी जानकारी भी उपलब्ध रहेगी। उन्होंने एप की प्रमुख विशेषताओं की जानकारी देते हुए कहा कि एप के माध्यम से मरीज अपना एडवांस रजिस्ट्रेशन करवाने के साथ ही अपना पूर्व रजिस्ट्रेशन का रिकार्ड भी देख पाएंगे। मरीज अपनी इच्छा से किसी भी स्वास्थ्य संस्थान और ओपीडी का चयन कर सकते है, साथ ही एप पर सभी प्रकार की जांच रिपोर्ट का रिकॉर्ड तिथि अनुसार उपलब्ध होगा और मरीजों को इस ऐप द्वारा निकटतम ब्लड बैंक की भी जानकारी उपलब्ध होंगी।