वाराणसी में आगामी 16 व 17 दिसंबर को वैश्य राजनीतिक जागृति एवं आध्यात्मिकता का अनूठा संगम होगा। यह बात अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक पवन अग्रवाल ने पत्रकारों को कही।
पवन अग्रवाल ने बताया कि संगठन के प्रदेशाध्यक्ष अशोक बुवानीवाला की अध्यक्षता में 16 व 17 दिसम्बर को माहेश्वरी भवन, महमूरगंज, वाराणसी में अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक होगी। बैठक के साथ-साथ प्रदेश कार्यसमिति सदस्य काशी विश्वनाथ, 84 घाट दर्शन, सारनाथ, बनारस विश्वविद्यालय तथा अन्य प्रमुख दर्शनीय स्थलों का भ्रमण करेंगे और वहां के इतिहास की जानकारी हासिल करेंगे। उन्होंने बताया कि पूरे हरियाणा प्रदेश से सैंकड़ों पदाधिकारी व सदस्य इस बैठकमें हिस्सा लेकर संगठन को मजबूत बनाने व आगे की रणनीति बनाने के बारे विचार विमर्श करेंगे।
इस बैठक में वाराणसी में समाज को जागरूक करने के लिए हरियाणा सहित देश के अन्य राज्यों से भी विद्वान भी पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि इस बैठक को लेकर आवश्यक तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं और संगठन के पदाधिकारियों को अलग-अलग से ड्यूटियां लगा दी गई है। प्रदेशाध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने नारा दिया है कि वैश्य समाज को जगाना है, राजनीति में लाना है। वैश्य समाज की राजनीति भागीदारी घटने से राजनीतिक असमानता खतरा उत्पन्न हो गया है। एक समय ऐसा होता था कि राजनीति में अग्रवाल समाज की गहरी पकड़ होती थी, लेकिन धीरे-धीरे यह राजनीतिक ताकत क्षीण होती गई। खोए हुए वैभव को प्राप्त करने के लिए 25 करोड़ वैश्यों बंधुओं द्वारा मजबूत प्रदर्शन करने व राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता है। इसी उद्देश्य को लेकर प्रदेशाध्यक्ष अशोक बुवानीवाला चले हुए है और इसी विषय को प्रमुखता से लेकर वाराणसी में संगठन की प्रदेश स्तरीय बैठक आयोजित की जा रही है।
अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा प्रदेश महामंत्री राजेश सिगला ने बताया कि 17 दिसम्बर को वाराणसी सम्मेलन मे समाज सेवा के क्षेत्र में नारनोल के संदीप नूनीवाला, सर्वश्रेष्ठ कार्य करने के क्षेत्र मे अम्बाला शहर के सुरेश जिन्दल, महीला समाज सेवी अम्बाला की अनिता सिंगला व युवा समाजसेवी चरखीदादरी के रवि गर्ग वधाननीया को सम्मानित करेगा। ये चारों सम्मान की घोषणा पिछले वर्ष में उनके द्वारा किए गये कार्य को देखते हुए किये गये।