जिस पति को मरा हुआ समझ रही थी पत्नी, दिल्ली में दूसरी पत्नी और चार बच्चों के साथ मिला; यूपी पुलिस लेगी ये एक्शन
बागपत 12 जनवरी 2024| पत्नी ने पति का अपहरण कर हत्या का आरोप लगाते हुए अदालत में अर्जी दाखिल की। अदालत के आदेश पर मुकदमा भी दर्ज किया गया। लेकिन पुलिस जांच में मामला फर्जी निकला। पति दूसरी पत्नी व चार बच्चों के साथ दिल्ली में रहकर टैक्सी चला रहा था। अदालत को गुमराह कर फर्जी मुकदमा दर्ज कराने के मामले में अब योगेंद्र के परिवार पर कार्रवाई हो सकती है। सिंघावली अहीर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह के मुताबिक, इब्राहिमपुर गांवड़ी में वर्ष 2018 में योगेंद्र पक्ष और वेदपाल पक्ष के बीच झगड़ा हो गया था। इसमें योगेंद्र पक्ष के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले में योगेंद्र के मकान की कुर्की भी हो चुकी है। गिरफ्तारी से बचने को उसी वर्ष योगेंद्र गांव से चला गया था। पुलिस ने योगेंद्र की गिरफ्तारी के काफी प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। वहीं, योगेंद्र की पत्नी रीता ने वेदपाल पक्ष पर अपने पति का अपहरण कर हत्या का आरोप लगाते हुए अदालत में अर्जी दाखिल की थी।
अप्रैल 2023 में दर्ज किया गया था मुकदमा
अदालत के आदेश पर वेदपाल पक्ष के विरुद्ध अप्रैल 2023 में थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। गहनता से जांच की गई तो पता चला कि योगेंद्र की हत्या नहीं हुई है, बल्कि वह दिल्ली में रहता है। पुलिस टीम के दिल्ली पहुंचने की भनक लगते ही योगेंद्र ने बागपत की अदालत में चार जनवरी को आत्मसमर्पण कर दिया। उसको सात जनवरी को अदालत से जमानत मिल गई है। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसके खिलाफ दर्ज मुकदमे में समझौता और गिरफ्तारी से बचने को उसने गांव छोड़ा था। वह दिल्ली के रोहिणी में रहकर टैक्सी चलाता था। उसने एक अन्य महिला से दूसरी शादी कर ली है।
पुलिस करेगी कार्रवाई
थाना प्रभारी का कहना है कि रीता ने अदालत को गुमराह करते हुए फर्जी मुकदमा दर्ज कराया है। इस कृत्य में शामिल सभी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए पुलिस अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल करेगी।