उत्तर प्रदेश, 18 जनवरी 2024| अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने राजनीति बताया है। साथ ही सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने असम के सांसद बदरुद्दीन अजमल के उस बयान का भी समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि 18 जनवरी से मुसलमान ट्रेनों में सफर ना करें, क्योंकि 22 जनवरी में होने जा रहे राम मंदिर से जुड़े लोग उनके साथ मारपीट कर सकते है। उन्होंने कहा हमारे पास उदाहरण है की दाढ़ी टोपी वाले मुसलमानो को ट्रेनों में टॉर्चर किया गया है।
डॉ. एसटी हसन ने कहा कि चारों शंकराचार्य ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने से इनकार कर दिया है। प्राण प्रतिष्ठा किस तरह से हो रही है। क्या सियासी लोग इस तरह के काम करेंगे। हिंदू भाई तय करें कि रामचंद्र जैसी शख्सियत का नाम इस्तेमाल करके उनको सियासत में लाकर क्या यह उनके डेकोरम के खिलाफ नहीं है? क्या रामचंद्र जी की यही टीचिंग थी की मस्जिदों को तोड़ दो, लोगों को मार दो, फसाद पैदा कर दो और उसके बाद वहां पर मंदिर बना दो।
सपा सांसद ने कहा राहुल गांधी पंडित है। वो बाद में अयोध्या जा सकता है सारे हिन्दुओ का ठेका बीजेपी के पास ही नहीं है। हिंदू धर्म को मानने वाले विपक्ष में भी बहुत हैं। लेकिन, वह राजनीति में इसका सहारा नहीं ले रहे। बल्कि जो मुद्दे हैं उन्हें पर बात कर रहे हैं।