अयोध्या, 22 जनवरी 2024| अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। 22 जनवरी 2024 को दोपहर 12:30 और 8 सेकेंड से लेकर 12:30 और 32 सेकेंड तक रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त तय किया गया था। लेकिन, क्या आप जानते हैं रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान उन्हें किस चीज का भोग लगाया गया? असल में रामलला को एक दो नहीं बल्कि 151 बनारस के पान का भोग लगाया गया।
रामलला को चढ़ाया गया बनारस का स्पेशल पान
अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के समय उन्हें 151 बनारस के पान का भोग लगाया गया। ये पान बनारस के रिंकू चौरसिया ने बनाया। जिनकी दो पीढ़ियां रामलला को पान का भोग भेजती हैं। इतना ही नहीं रामलला के लिए 151 पान के ऑर्डर के साथ ही 1000 अन्य पान भी मंगवाए गए हैं जो भक्तों में वितरित किए जाएंगे।
पूजा में क्यों जरूरी है पान का पत्ता
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के दौरान पान का भोग लगाना महत्वपूर्ण माना जाता है। कहते हैं कि पान के पत्तों के बिना धार्मिक अनुष्ठान पूरे नहीं होते हैं। समुद्र मंथन के दौरान देवताओं और असुरों ने समुद्र देव का पूजन किया था और इस पूजा में पान के पत्ते का उपयोग किया गया था, इसलिए किसी भी धार्मिक अनुष्ठान या पूजा-पाठ में पान के पत्ते का इस्तेमाल जरूर किया जाता है। इतना ही नहीं कहते हैं कि पान के पत्ते में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। पान के पत्ते के ऊपरी हिस्से में इंद्रदेव होते हैं, मध्य भाग में मां सरस्वती और निचले भाग में मां लक्ष्मी का वास होता है। वहीं, पान के अंदर और बाहरी हिस्से में भगवान विष्णु और भगवान शिव वास करते हैं. इसलिए पान के पत्ते को सबसे शुद्ध और शुभ माना जाता है।