रेवाड़ी : रेवाड़ी जिले में लंबे इंतजार के बाद ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस का नींव रखने की घड़ी आ चुकी है। इसका शिलान्यास फरवरी के दूसरे या तीसरे सप्ताह में होने की प्रबल संभावना है। दो दिन पहले ही केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह एम्स साइट का दौरा करने पहुंचे थे। उनकी विजिट को इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है। शिलान्यास कभी भी हो सकता हैं। अब प्रधानमंत्री के ऊपर आकर बात टिकी है।
210 एकड़ में निर्माण
हरियाणा सरकार ने इसके लिए भालखी-माजरा गांव में 210 एकड़ जमीन एक्वायर कर किसानों को उसका मुआवजा दे दिया है। एक्वायर की गई जमीन का पट् केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नाम करवाया जा चुका है। दिसंबर-2023 में एम्स के निर्माण का टेंडर एलएंडटी कंपनी को अलॉट कर दिया गया। आजकल जमीन की चारदीवारी का काम चल रहा है। रेवाड़ी-जैसलमेर हाईवे पर भालखी-माजरा गांव में बनने वाला यह देश का 22वां AIIMS होगा। इसमें 750 बैड का अस्पताल होगा।
10 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
रेवाड़ी के भालखी-माजरा गांव में इस एम्स के बनने से रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, भिवानी, रोहतक, झज्जर, नूंह, पलवल व फरीदाबाद के अलावा राजस्थान के अलवर और साथ लगते इलाकों को इसका फायदा मिलेगा। इस एम्स में प्रत्यक्ष रूप से तकरीबन तीन हजार और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 10 हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत हरियाणा को दूसरी सुविधाएं मिलेगी।